दुती गांव में मकान ध्वस्त, थल-मुनस्यारी मार्ग बंद
जागरण संवाददाता पिथौरागढ़/जौलजीवी /मुनस्यारी सीमांत मुनस्यारी व बंगापानी तहसील क्षेत्र में बारिश
जागरण संवाददाता, पिथौरागढ़/जौलजीवी /मुनस्यारी : सीमांत मुनस्यारी व बंगापानी तहसील क्षेत्र में बारिश का कहर जारी है। मुनस्यारी में हुई भारी बारिश से थल-मुनस्यारी मार्ग पर वनिक के पास विशालकाय बोल्डर सड़क पर आ गिरा। जिससे वाहनों का आवागमन ठप हो गया। यातायात ठप होने से सौ से अधिक वाहन मार्ग में फंसे हैं। बिर्थी नंदा मंदिर में लगने वाले मेले में आने वाले मेलार्थी पैदल चल कर वहां पहुंचे। उधर जौलजीवी के दूती गांव में एक मकान ध्वस्त हो गया तो बंगापानी के खरतोली प्राथमिक विद्यालय का भवन भी ढह गया।
गुरु वार की रात्रि को जिले के विभिन्न स्थानों पर हल्की वर्षा हुई परंतु मुनस्यारी तहसील में पचास मिमी बारिश हुई। विगत तीन दिनों से मुनस्यारी-बंगापानी क्षेत्र में हो रही भारी बारिश कहर बरप रही है। शुक्रवार सुबह थल-मुनस्यारी मार्ग पर वनिक के पास पहाड़ से मलबा गिरने लगा। इस दौरान विशालकाय बोल्डर सड़क पर आ गिरा और मार्ग बंद हो गया। मार्ग बंद होने से पिथौरागढ़, थल, डीडीहाट और तल्ला जोहार से मुनस्यारी जाने वाले वाहन और मुनस्यारी से पिथौरागढ़, थल, हल्द्वानी, अल्मोड़ा और बागेश्वर जाने वाले वाहन फंस गए। सूचना पर लोनिवि गैंग मौके पर पहुंची। दो जेसीबी लगा कर मलबा हटाया जा रहा है। सायं तक मार्ग खुलने की संभावना जताई जा रही है।
जौलजीवी से मिली जानकारी के अनुसार दूती गांव में तेज बारिश से शुक्रवार तड़के एक मकान ध्वस्त हो गया। शुक्रवार सुबह सुनपति देवी पत्नी स्व. रघुवीर राम के मकान की छत और दीवार से पत्थर गिरने लगे। पत्थर गिरते ही परिवार के सदस्य मकान से बाहर निकल आए। इसी बीच देखते ही देखते मकान भरभराकर गिर गया। घर में रखा सारा सामान मलबे में दब गया है। परिवार के पास अब खाद्यान्न भी नहीं है। सूचना मिलते ही राजस्व निरीक्षक घनश्याम पैंतोला गांव पहुंचे और क्षति का आंकलन कर रिपोर्ट तहसील प्रशासन को सौंपी। परिवार के सदस्यों को गांव के ही दूसरे के मकान में रखा गया है। सुनपति का परिवार बीपीएल परिवार है।
बंगापानी : तहसील के खरतोली गांव में स्थित प्राथमिक विद्यालय खरतोली का भवन गुरु वार की रात ध्वस्त हो गया। क्षेत्र में रातभर बारिश होती रही। शुक्रवार सुबह विद्यालय भवन ध्वस्त मिला। वन सरपंच मोहन सिंह ने इसकी सूचना शिक्षा विभाग और प्रशासन को दी। विद्यालय में 11 बच्चे पढ़ते हैं। भवन ध्वस्त होने से विद्यालय के अभिलेख व फर्नीचर भी नष्ट हो गया है। शुक्रवार को बच्चों को गांव में ही अन्य मकान में बैठाकर पढ़ाया गया।