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आधी-अधूरी व्यवस्था, सपना उच्च शिक्षा का

जागरण संवाददाता, पिथौरागढ़: पलायन के लिए शिक्षा को जिम्मेदार मानते हुए अठारह वर्ष पूर्व से खोल

By JagranEdited By: Published: Tue, 11 Sep 2018 05:39 PM (IST)Updated: Tue, 11 Sep 2018 05:39 PM (IST)
आधी-अधूरी व्यवस्था, सपना उच्च शिक्षा का
आधी-अधूरी व्यवस्था, सपना उच्च शिक्षा का

जागरण संवाददाता, पिथौरागढ़: पलायन के लिए शिक्षा को जिम्मेदार मानते हुए अठारह वर्ष पूर्व से खोले गए महाविद्यालयों में आज भी आधी-अधूरी व्यवस्था है। मानक के अनुसार प्राचार्य भी तैनात नहीं हैं। इतना ही नहीं विधायक निधि के टिनशैडो और उधार के सीलन भरे अंधेरी कोठरियों में पाठशालाएं लग रही है। व्यवस्था की यह काहिली न तो पलायन रोकने में कारगर साबित हुई है और नहीं शिष्य को गढ़ने में सफल।

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उत्तराखंड राज्य गठन के बाद इसे शिक्षा का हब बनाने का नारा देकर पर्वतीय क्षेत्र में महाविद्यालय खोलने का दौर चला। इसी दौर में सीमांत जिले के गंगोलीहाट, मुनस्यारी, गणाईगंगोली, बलुवाकोट , मुवानी जैसे स्थानों पर महाविद्यालय खोले गए। सरकार ने महाविद्यालय तो खोले परंतु उच्च शिक्षा के मानक पांच साल से लेकर 18 साल के बीच पूरे नहीं हो सके । प्राध्यापकों की कमी, चुनिंदा विषय, भवनहीन महाविद्यालय स्थानीय छात्र छात्राओं की प्राथमिकता की सूची में शामिल नहीं हैं। आज भी जिले का प्रत्येक छात्र पीजी कालेज पिथौरागढ़ में पढ़ना चाहता है। जहां पर सीटों की बाध्यता के चलते अंत में वह बुझे मन से इन सुविधाहीन महाविद्यालयों में पढ़ रहा है। अधिकांश समर्थवान ग्रामीण बच्चे को नैनीताल, अल्मोड़ा, हल्द्वानी या फिर देहरादून पढ़ने जा रहे हैं। जिसे लेकर आज भी क्षेत्र से परिवार तक पलायन कर रहे हैं। जिले के महाविद्यालयों का विवरण

गंगोलीहाट महाविद्यालय

छात्र संख्या - 426

स्वीकृत विषय- सात

तैनात प्राध्यापक - प्राचार्य और छह प्राध्यापक

भवन की स्थिति - भवन वर्षों से निर्माणाधीन

वर्तमान में विधायक निधि के टिन शैड में होती हैं कक्षाएं संचालित

मुनस्यारी महाविद्यालय

छात्र संख्या - 436

स्वीकृत विषय - सात

तैनात प्राध्यापक - स्थायी प्राचार्य और संविदा और अतिथि शिक्षक

भवन की स्थिति - वर्षों से भवन का निर्माणाधीन

वर्तमान में कहां हो रही हैं कक्षाएं संचालित- जीआइसी के छात्रावास के अंधेरे कमरों में

बलुवाकोट महाविद्यालय में इस समय स्थिति में सुधार है परंतु एमए कक्षाओं की स्वीकृति के बाद भी कक्षाएं संचालित नहीं हो रही हैं। जिसे लेकर यहां आए दिन आंदोलन होते हैं। कक्षाएं संचालित नहीं होने से सीमांत के बच्चों को स्नातकोत्त्तर कक्षाएं पढ़ने बाहर जाना पड़ता है।

गणाईगंगोली महाविद्यालय

छात्र संख्या -- 302

स्वीकृत विषय - छह विषय

तैनात प्राध्यापक -- दो

भवन की स्थिति - भवन निर्माणाधीन

वर्तमान में कक्षाएं संचालन - विधायक निधि के टिन शैड में

मुवानी महाविद्यालय

छात्र संख्या - 220

स्वीकृत विषय - छह

तैनात प्राध्यापक - तीन

भवन की स्थिति - भवन हेतु भूमि चयन वर्तमान स्थिति - सहकारी भवन के चार कक्षों में होता है महाविद्यालय का संचालन । कक्षा कक्ष मात्र दो।


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