ग्रामीण बैंक कर्मी हड़ताल पर, बैंकों में कामकाज ठप
जागरण संवाददाता, पिथौरागढ़: अपनी पांच सूत्रीय मांगों को लेकर उत्तराखंड ग्रामीण बैंक अधिका
जागरण संवाददाता, पिथौरागढ़: अपनी पांच सूत्रीय मांगों को लेकर उत्तराखंड ग्रामीण बैंक अधिकारी और कर्मचारी दो दिन की हड़ताल पर जा चुके हैं। बैंक बंद होने से खाता धारक परेशान रहे । बैंकों में लेन देन बंद रहने से ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राहकों को बैरंग लौटना पड़ा।
मंगलवार को ग्रामीण बैंक के अधिकारी, कर्मचारी संयुक्त मोर्चा ने सिमलगैर स्थित ग्रामीण बैंक की मुख्य शाखा के सम्मुख प्रदर्शन किया। प्रदर्शन का नेतृत्व करते हुए क्षेत्रीय सचिव चंद्रशेखर जोशी ने कहा कि ग्रामीण बैंक कर्मियों की मांगे लंबे समय से चली आ रही हैं। इनका निराकरण नहीं किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के पेंशन समानता के निर्णय को मूल भावना के साथ लागू करने, अस्थाई , अंशकालिक कार्मिकों का नियमितीकरण करने, बैंकों का निजीकरण रोकने, मृतक आश्रित नौकरी योजना लागू करने, प्रोन्नति व भर्ती नियमों में पूर्ण समानता प्रदान करने सहित अन्य मांगों को लेकर समय -समय पर मांग की जाती रही है। इसके बाद भी कोई पहल नहीं हो रही है। जिसे देखते हुए बैंक कर्मियों को हड़ताल पर जाना पड़ रहा है
प्रदर्शन करने वालों में अजय जोशी, फल राम दुग्ताल, दीपेश बोहरा, कुलदीप रावत, भूपेंद्र सिंह धामी, विजय पाटनी, भुवनेश बुर्फाल, लाल सिंह मेहता , दीक्षा जोशी आदि शामिल थे। प्रदर्शन के बाद इस आशय का ज्ञापन भी भेजा गया। वहीं जिले के सभी ग्रामीण बैंकों में हड़ताल रही।