इनर लाइन शिफ्ट करने को लेकर पूर्व सैनिक भी लामबंद
चीन सीमा की इनर लाइन को शिफ्ट करने की मांग को लेकर क्षेत्रवासियों के साथ अब पूर्व सैनिक और वीर नारियां भी मुखर हो उठी हैं।
संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़ : चीन सीमा की इनर लाइन को शिफ्ट करने की मांग को लेकर क्षेत्रवासियों के साथ अब पूर्व सैनिक और वीर नारियां भी मुखर हो उठी हैं। त्रिकोणीय अंतरराष्ट्रीय सीमा की संवेदनशीलता का हवाला देते हुए पूर्व सैनिकों ने इसे बेहद महत्वपूर्ण मसला बताया और कहा कि इस मामले में किसी तरह की उदासीनता कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
बलुवाकोट में जुटे पूर्व सैनिकों और वीर नारियों ने इस मुद्दे पर बैठक की। जिसमें वक्ताओं ने कहा कि सीमांत क्षेत्र सुरक्षा की दृष्टि से बेहद संवेदनशील है। पूर्व में इस क्षेत्र की संवेदनशीलता को देखते हुए इनर लाइन जौलजीबी में रखी गई थी। बाहरी व्यक्तियों को इनर लाइन से आगे प्रवेश के लिए प्रशासनिक अनुमति जरू री थी। बाद में इनर लाइन को छियालेक शिफ्ट कर दिया गया। इनर लाइन शिफ्ट करने से अब बाहरी व्यक्ति आसानी से सीमांत क्षेत्र में पहुंचने लगे हैं। पूर्व सैनिकों ने मांग की कि इनर लाइन को पूर्व की भांति जौलजीबी लाया जाए। जिससे अवांछित तत्वों की आवाजाही पर रोक लग सके। कहा कि यदि इस बारे में शीघ्र निर्णय नहीं लिया जाता है तो आंदोलन किया जाएगा।
पूर्व सैनिकों ने बलुवाकोट में आपदा में बहे सैनिक विश्राम गृह का पुनर्निर्माण कराने, बलुवाकोट में एलोपैथिक चिकित्सालय खोलने, उपनल के माध्यम से पूर्व सैनिकों के पाल्यों को विभिन्न विभागों में नियुक्ति देने, कैंटीन सामग्री हर माह की पांच तारीख को दिए जाने की मांग बैठक में उठाई। बैठक में तय हुआ कि 29 जनवरी तक उनकी मांगों पर ठोस कार्रवाई नहीं की गई तो 30 जनवरी को धारचूला एसडीएम कार्यालय में धरना- प्रदर्शन किया जाएगा।