पिथौरागढ़ जिले में होगा मिल्क रू ट का विस्तार
संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़ : सीमांत जिले पिथौरागढ़ में उत्पादित होने वाले दूध को दुग्ध संघ तक
संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़ : सीमांत जिले पिथौरागढ़ में उत्पादित होने वाले दूध को दुग्ध संघ तक पहुंचाने के लिए मिल्क रू ट बढ़ाये जाएंगे। संघ ने इस वर्ष समितियों की संख्या 250 से अधिक करने का निर्णय लिया है। संघ का मुहिम सफल रही तो जिले को पीक सीजन के दौरान भी दूसरे जनपदों से दूध नहीं मंगाना पड़ेगा।
पशुपालन विभाग के आंकड़े बताते हैं कि जिले में हर रोज तीन लाख लीटर दूध का उत्पादन हो रहा है, लेकिन जिले के दुग्ध उत्पादक संघ (डेयरी) में मात्र 6200 लीटर दूध ही पहुंच पा रहा है। उत्पादन को बढ़ाने के लिए सरकार तमाम योजनाएं चला रही है। ग्रामीणों को अनुदान पर गायें दी जा रही हैं। पशुपालन विभाग उपचार के साथ ही दवाएं भी उत्पादकों को उपलब्ध करा रहा है, बावजूद इसके उत्पादक का दूध बाजारों तक नहीं पहुंच पा रहा है। जिले में मिल्क रू टों की कमी सबसे बड़ी बाधा साबित हो रही है।
दुग्ध संघ ने इस समय एक दर्जन मिल्क रु ट बनाए हुए हैं, जिले में पर्याप्त दूध उत्पादन को देखते हुए संघ ने अब मिल्क रू ट बढ़ाने का निर्णय लिया है। दुग्ध संघ प्रभारी एमएम पंत ने बताया कि वर्तमान में जिले में 235 समितियां गठित हैं, इनमें से कुछ समितियां निष्क्रिय हैं। संघ ने इस वर्ष 20 निष्क्रिय समितियों को सक्रिय करने के साथ ही 20 नई समितियां गठित करने का निर्णय लिया है। उन्होंने बताया कि अगले कुछ महीनों में यह कार्य पूरा कर लिया जाएगा। इसके साथ ही संघ इस वर्ष डीडीहाट तक अपने मिल्क रू ट का विस्तार करेगा। इससे संघ को बड़ी मात्रा में दूध मिलने लगेगा। इसके बाद संघ ने अपनी पहुंच सीमांत तहसील मुनस्यारी के तल्ला जौहार क्षेत्र बनाने का लक्ष्य रखा है। इन मिल्क रू टों का विकास हो जाने के बाद संघ को अप्रैल और मई के पीक सीजन में दूध के लिए दूसरे जनपदों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा।