काम पर लौटे पर्यावरण मित्र, नगरवासियों को मिली राहत
दस दिनों से चल रही पर्यावरण मित्रों की हड़ताल खत्म होने से नगरवासियों को मिल गई है।
संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़: दस दिनों से चल रही पर्यावरण मित्रों की हड़ताल खत्म होने से नगरवासियों को राहत मिल गई है। नगर की सड़कों पर जमा कूड़ा उठने से नगरवासियों को राहत मिल गई है। पूरी व्यवस्था पटरी पर आने में दो से तीन दिन का समय लगने की उम्मीद है।
पिथौरागढ़ नगर से हर रोज लगभग दो टन कूड़ा निकलता है। पिछले दस दिनों में नगर में लगभग 20 टन से अधिक कूड़ा जमा हो चुका है। कूड़ेदान भरने के साथ ही सड़कों पर भी जगह-जगह कूड़े के ढेर लग गए थे। जिससे लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। शासन से हुई वार्ता के बाद सफाई कर्मियों ने हड़ताल वापस ले ली। बुधवार की सुबह चार बजे से ही नगर में सफाई शुरू हो गई। नौ बजे तक सड़कों पर जमा कूड़ा साफ हो गया, लेकिन कूड़ेदानों में जमा कूड़ा पूरी तरह साफ होने में अभी दो से तीन दिन का समय लगेगा। फिलहाल नगरवासियों को राहत मिल गई है। डीडीहाट, धारचूला, बेरीनाग, गंगोलीहाट नगर निकायों में भी पर्यावरण मित्रों के काम पर वापस लौट आने से लोगों को राहत मिल गई है।
======= सफाई व्यवस्था बहाल होने से राहत
चम्पावत : मुख्यमंत्री से मिले आश्वासन के बाद पर्यावरण मित्रों ने कार्यबहिष्कार समाप्त कर दिया है। बुधवार को काम पर लौटने के बाद उन्होंने सफाई का काम शुरू कर दिया। हड़ताल समाप्त होने के बाद गंदगी से परेशान हो चुके लोगों ने राहत की सांस ली है। चम्पावत, लोहाघाट, टनकपुर एवं बनबसा नगरों के साथ विभिन्न कस्बों में डंप कूड़े का निस्तारण कर दिया गया है।
पर्यावरण मित्र ठेका प्रथा समाप्त करने सहित 11 सूत्रीय मांगों को लेकर नौ दिनों से कार्यबहिष्कार पर थे। मंगलवार को देव भूमि उत्तराखंड सफाई कर्मचारी संघ के प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक में सरकार द्वारा उनकी मागों को पूरा किए जाने का आश्वासन मिलने के बाद कार्यबहिष्कार समाप्त करने का ऐलान किया गया। चम्पावत में सुबह से ही कर्मचारियों ने नगर की सफाई का काम शुरू कर दिया। बनबसा में भी पर्यावरण मित्र अपने काम में जुट गए। बनबसा सफाई कर्मचारी संघ अध्यक्ष प्रमोद रत्नाकर की अगुआई में सफाई कर्मियों ने नगर पंचायत कार्यालय में मिष्ठान वितरण कर खुशी जताई और सरकार का आभार व्यक्त किया। इस दौरान महामंत्री सनी वाल्मीकि, सभासद रेखा देवी, नन्हें लाल बाल्मीकि, विजयपाल वाल्मीकि, लक्ष्मी देवी, सोनी देवी, सुनील वाल्मीकि, सानू देवी, कमलेश देवी आदि तमाम पर्यावरण मित्र मौजूद रहे। लोहाघाट में हरचरन, सतीश वाल्मीकि, दिलीप कुमार, सामंता, सुमन देवी, ममता आदि ने खुशी जताई। टनकपुर में भी पर्यावरण मित्रों ने सरकार द्वारा आश्वासन मिलने पर खुशी जताते हुए शीघ्र मांग पूरी होने की उम्मीद जताई।