पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर मुखर हुए कर्मचारी
पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर कर्मचारी फिर मुखर हो गए हैं।
पिथौरागढ़, जेएनएन : पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर कर्मचारी फिर मुखर हो गए हैं। कर्मचारियों द्वारा आगामी 30 सितंबर तक जनप्रतिनिधियों के सम्मुख अपनी आवाज उठाई जा रही है।
बुधवार को पुरानी पेंशन बहाली आंदोलन (एनएमओपीएस) के बैनर तले कार्मिकों ने जिला पंचायत अध्यक्ष दीपिका बोहरा से मुलाकात की। एनएमओपीएस के मंडल प्रभारी व पिथौरागढ़ जिलाध्यक्ष बिजेंद्र लुंठी ने कहा कि प्रदेश में वर्ष 2005 के बाद भर्ती हुए समस्त कार्मिकों के लिए नई पेंशन योजना लागू कर दी है, जो पूरी तरह से बाजार के उतार चढ़ाव पर आधारित है। जिस कारण सेवानिवृत्ति के बाद कार्मिकों का भविष्य सुरक्षित नहीं है। उन्होंने कहा कि देश के करीब 70 लाख से अधिक कर्मचारियों द्वारा पुरानी पेंशन बहाली की मांग लंबे समय से की जा रही है। उत्तराखंड राज्य में ही नई पेंशन से आच्छादित कार्मिकों की संख्या 1 लाख से अधिक है। यदि शीघ्र कार्मिकों की यह मांग पूरी नहीं की गई तो संगठन आंदोलन की राह पकड़ने को बाध्य होगा। जिला पंचायत अध्यक्ष ने कार्मिकों की इस मांग का समर्थन करते हुए शीघ्र मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री को इस आशय का ज्ञापन भेजने की बात कही। इस मौके पर सौरभ चंद, संजय पंत, बलवंत रावत, राजेंद्र राणा, चंद्रकांत जोशी, सावित्री दुग्ताल, ललिता राणा आदि मौजूद रहे।
धारचूला: यहां भी कार्मिकों ने ब्लॉक प्रमुख को ज्ञापन सौंपकर अविलंब पुरानी पेंशन बहाली की मांग की। ज्ञापन देने वालों में प्रमोद कुमार जोशी, कुलदीप कुमार, कुलदीप भट्ट, माहेश्वरी रावत, लोकेंद्र गब्र्याल, मोनिका सीपाल, दीवान सिंह वल्दिया, खड़क सिंह ऐरी आदि शामिल थे।