नेपाल सीमा से लगे पिथौरागढ़ के गांवों में बीएसएनएल सेवा ठप
नेपाल सीमा से लगे पिथौरागढ़ के गांवों में बीएसएनएल सेवा बाधित होते से लोगों में आक्रोश है।
संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़ : चीन-नेपाल की सरकारों के बदले चल रहे सुरों के बीच सीमांत जिलों में सड़कों को दुरुस्त करने का काम भले तेजी पर हो, पर संचार सुविधा अभी लड़खड़ाई हुई है। नेपाल सीमा से सटे दर्जनभर गांवों में पहले से ही चरमराई चल रही बीएसएनएल सेवा बुधवार से ठप हो गई। इससे सरकारी कामकाज जहां प्रभावित हो गए हैं तो ऑनलाइन चल रही बच्चों की पढ़ाई बंद हो जाने से अभिभावकों का पारा चढ़ गया। धारचूला, पंचेश्वर व जौलजीवी क्षेत्र के लोग पिथौरागढ़ मुख्यालय पहुंचे और डीएम दफ्तर पर प्रदर्शन किया। डीएम की अनुपस्थिति में यह लोग ज्ञापन सौंपकर चले आए।
नेपाल-चीन सीमा से लगे पिथौरागढ़ जिले के सीमावर्ती गांवों में बीएसएनएल पर ही संचार सुविधा टिकी है। जो अक्सर चरमराई रहती है। नेपाली कंपनियों की संचार सेवा इतनी जबरदस्त है कि उनकी रेंज भारतीय क्षेत्र में 40 से 50 किमी की दूरी तक आती है। बुधवार को बीएसएनएल की सेवा ठप हो गई। जो गुरुवार को भी नहीं सुधरी। इससे सरकारी कामकाज तो प्रभावित हुआ ही है, बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई ठप होने से अभिभावक ज्यादा परेशान हैं। भारतीय संचार सेवा की कमजोरी के चलते अधिकांश लोग नेपाल की संचार सेवा का लाभ लेने को मजबूर हैं।
---------- सीमांत के इन गांवों में खड़ा हुआ बड़ा संकट
नेपाल सीमा से सटे धारचूला से पंचेश्वर और फिर जौलजीवी क्षेत्र तक हल्दू, सेल, सल्ला, तड़ेमियां, पीपली, रौड़ा, झूलाघाट, बलतड़ी और कानड़ी समेत एक दर्जन बीएसएनएल सेवा से कट गए हैं। प्रदर्शन करने मुख्यालय आए सीमांत के रविंद्र मल्ल, कमल चंद, देव सिंह, नरेंद्र मेहता, सागर सोराड़ी आदि का कहना था कि पीपली में तो तीन दिन से संचार सेवा ठप है। यही हाल पूरे क्षेत्र का है। इससे करीब 40 हजार की आबादी प्रभावित है।
----------- मौसम की वजह से सीमांत क्षेत्रों में संचार सुविधा लड़खड़ा रही है, टीमें लगातार काम रही हैं। इन गांवों में समस्या का समाधान बहुत जल्द हो जाएगा।
-एनएस रावत, डिवीजन अभियंता, बीएसएनएल, पिथौरागढ़