आजाद हिंद फौज के सिपाही डसीला पंचतत्व में विलीन
संवाद सूत्र, थल: स्वतंत्रता संग्राम सेनानी देव सिंह डसीला की शुक्रवार को थल घाट में सैन्य और राज
संवाद सूत्र, थल: स्वतंत्रता संग्राम सेनानी देव सिंह डसीला की शुक्रवार को थल घाट में सैन्य और राजकीय सम्मान के साथ अंत्येष्टि हुई। इससे पहले डीडीहाट से पहुंची अंतिम यात्रा में शामिल लोगों ने सेनानी के सम्मान में नारे लगाए। डीडीहाट बाजार शोक में बंद रहा।
आजाद हिंद फौज के सिपाही रहे देव सिंह डसीला(98)का तीन दिन पूर्व देहांत हो गया था। शुक्रवार को उनकी अंतिम यात्रा डीडीहाट रामलीला मैदान से शुरू हुई। इससे पहले तमाम लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। तिरंगे झंडे में लिपटे सेनानी का पार्थिव शरीर थल घाट में लाया गया। यहां लोगों ने उनके सम्मान में नारे लगाए।
थल घाट में प्रशासन की ओर से उपजिलाधिकारी सदर एसके पांडेय ने पुष्प चक्र अर्पित किया। 10 सिख बटालियन चर्मा से सूबेदार सुखविंदर सिंह ने श्रद्धांजलि अर्पित की। तहसीलदार भगवत प्रसाद पांडे, आरके एनएस दशौनी, व्यापारी प्रतिनिधि देवराज सिंह सत्याल, मनोज साह, प्रमोद डिगारी, लोकेश भड़, सुनील सत्याल, कमल कन्याल ने पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। सैन्य और राजकीय सम्मान के बीच सेनानी देव सिंह का अंतिम संस्कार हुआ। उनके शोक में डीडीहाट के व्यापारियों ने शुक्रवार को अपने प्रतिष्ठान बंद रखे। तीन पीढि़यों ने एक साथ दी मुखाग्नि थल: स्वतंत्रता संग्राम सेनानी देव सिंह डसीला को उनके परिवार की तीन पीढि़यों ने मुखाग्नि दी। देव सिंह डसीला के पुत्र सेवानिवृत्त सूबेदार जीवन सिंह डसीला, पोते महेश डसीला, पंकज डसीला, पौत्र कार्तिक डसीला ने मुखाग्नि दी। शव यात्रा में शामिल लोगों की आंखें मुखाग्नि के दौरान नम हो आई।