55 वर्ष बाद भी किराए के भवन में चल रहा है आयुर्वेदिक अस्पताल
संवाद सूत्र, थल: राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय थल स्थापना के 55 वर्ष बाद भी किराए के एक कमरे
संवाद सूत्र, थल: राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय थल स्थापना के 55 वर्ष बाद भी किराए के एक कमरे में चल रहा है। पर्याप्त जगह नहीं होने से मरीजों के साथ ही स्टाफ को भी खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
वर्ष 1964 में थल पुराना बाजार में राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय खोला गया था। शुरूआत में भवन संचालन के लिए एक कमरा किराए पर लिया गया था। आज भी आयुर्वेदिक चिकित्सालय मात्र एक कमरे में ही चल रहा है। वैकल्पिक चिकित्सा के रू प में लोग तेजी से आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्वति को अपना रहे हैं। मरीजों की संख्या इस पद्वति में लगातार बढ़ रही है। बावजूद इसके आयुर्वेदिक महकमा अस्पतालों को न्यूनतम सुविधा भी नहीं दे रहा है। थल के साथ ही आस-पास के क्षेत्रों से भी मरीज यहां पहुंचते हैं। अस्पताल में चिकित्सक सहित पूरा स्टाफ तैनात है, लेकिन जगह की कमी मरीजों पर भारी पड़ रही है।
जिला आयुर्वेदिक अधिकारी गिरीश जंगपांगी ने बताया कि थल पार बाजार में आयुर्वेदिक चिकित्सालय का भवन बनाया जाना है। इसके लिए जगह की तलाश की जा रही है। फिलहाल जगह नहीं मिल पाई है। जगह मिलने पर भवन का निर्माण कराया जाएगा।