स्नो कटर को दूर रखकर जेसीबी से बर्फ हटाने से उखड़ा थल-मुनस्यारी रोड का डामर
पिथौरागढ़ जिले में सबसे पहले हॉटमिक्स होने वाली थल -मुनस्यारी सड़क जेसीबी से बर्फ हटाने के कारण उखड़ खुकी है।
पिथौरागढ़, जेएनएन : जिले में सबसे पहले हॉटमिक्स होने वाली थल -मुनस्यारी सड़क की सूरत बदल चुकी है। कभी सबसे अच्छे हॉटमिक्स मानी जाने वाली सड़क अब दलदल बन चुकी है। मौसम को कारण बताते हुए सड़क संचालक लोनिवि ने सड़क की शक्ल बदलने में पूरा सहयोग दिया है। स्नो कटर को दूर रखकर जेसीबी से बर्फ हटाने का कार्य कर सड़क के डामर का सत्यानाश कर दिया है।
थल-मुनस्यारी मार्ग जिले का एकमात्र पर्यटन मार्ग है। नब्बे के दशक के बाद जब मुनस्यारी पर्यटकों की नजर में आया और पर्यटन बढ़ने लगा तो बदहाल सड़क बाधक बनने लगी। जिसे देखते हुए तत्कालीन मुख्य सचिव स्व. आरएस टोलिया की पहल पर थल से मुनस्यारी मार्ग को हॉटमिक्स सड़क की मंजूरी दी। जिले में सबसे पहले थल से मुनस्यारी 71 किमी सड़क हॉटमिक्स हुई। थल से मुनस्यारी के बीच किया गया हॉटमिक्स उस समय का सबसे अच्छा हॉटमिक्स बताया गया। हॉटमिक्स सड़क को बर्फ से होने वाले नुकसान से बचाने के लिए लोनिवि को बर्फ हटाने के लिए स्नो कटर दिए गए।
लोनिवि को मिले दो स्नो कटर में एक को मुनस्यारी में औरदूसरे को रातापानी में रखना था। बर्फ गिरने पर दोनों मुनस्यारी और रातापानी से बर्फ हटाने में लगाए गए। स्नो कटर से बर्फ हटाए जाने पर सड़क को कोई नुकसान नहीं होता है। बाद में मुनस्यारी में हल्की बर्फ हटाने के लिए रोबोट दिया गया। दोनों स्नो कटर केवल प्रदर्शन की वस्तु बन कर रह गए। सही अर्थों में कहा जाए तो जब भी स्नो कटर से बर्फ हटाने का प्रयास किया गया तो जानकारी नहीं होने से सही ढंग से बर्फ नहीं हट सकी। ======== जेसीबी से हटाई जाती है बर्फ स्नो कटर के सही ढंग से कार्य नहीं कर पाने से लोनिवि जेसीबी से बर्फ हटाने का कार्य कराती है। जेसीबी से बर्फ हटाने के चलते सड़क का हुलिया बिगड़ चुका है। जेसीबी बर्फ के साथ सड़क को भी उधेड़ कर रख देती है। जिसके चलते गिरगांव से मुनस्यारी तक 38 किमी मार्ग से बर्फ हटाने में लोनिवि बदनाम हो चुकी है। इस 38 किमी के बीच सड़क में कुछ स्थानों पर ही हॉटमिक्स के अवशेष नजर आते हैं।
======== दस दिन बाद मार्ग खुला फिर हुआ बंद मौसम बीते वर्ष से अपना रंग दिखाने लगा है। मुनस्यारी मार्ग नवंबर से अब तक लगभग आधा दर्जन बार बंद हो चुका है। बीते दिनों हुए हिमपात से तो दस दिन बाद मार्ग खुला। लोनिवि पर आरोप है कि मुनस्यारी स्थित एसडीओ कार्यालय केवल कागजी है। जहां पर केवल बेलदार मिलते हैं। मार्ग खोलने में लंबा समय लगने का कारण लोनिवि की धीमी कार्यप्रणाली जिम्मेदार है। जिसे लेकर लोनिवि के खिलाफ रोष बना रहता है। ======== लोनिवि मार्ग को लेकर हमेशा सजग रहती है। विभाग के पास उपलब्ध दोनों स्नो कटर छह इंच से आधा फीट तक बर्फ हटाने में सक्षम हैं। यहां पर पांच फीट तक बर्फ जम जाती है। ऐसे में स्नो कटर से बर्फ हटाना संभव नहीं है। जिसके चलते जेसीबी से बर्फ हटाई जाती है। लोनिवि बर्फ हटाने के लिए किराए में जेसीबी लेकर बर्फ हटाती है। शनिवार को बर्फबारी से बंद थल-मुनस्यारी मार्ग को जेसीबी से बर्फ हटाकर खोलने का कार्य तेजी के साथ किया जा रहा है।
- इं.सरफराज आलम , प्रभारी अधिशासी अभियंता, लोनिवि, डीडीहाट