मुवानी में पुलिस पहरे में शुरू हुई वार्षिक परीक्षाएं
संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़ : राजकीय आदर्श मुवानी इंटर कॉलेज में शुक्रवार को पुलिस के पहरे मे
संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़ : राजकीय आदर्श मुवानी इंटर कॉलेज में शुक्रवार को पुलिस के पहरे में वार्षिक परीक्षाएं शुरू हुई। जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक ने विद्यालय पहुंचकर व्यवस्थाएं देखी। उन्होंने विद्यालय में नए प्रभारी प्रधानाचार्य को कार्यभार भी ग्रहण कराया।
मुवानी इंटर कॉलेज में इंटरमीडिएट के एक छात्र द्वारा आत्महत्या कर लिए जाने के बाद से यहां तनाव बना हुआ है। छात्र के परिजनों ने विद्यालय के शिक्षकों पर छात्र के उत्पीड़न का आरोप लगाया है। शिक्षा विभाग द्वारा कराई गई जांच के बाद विद्यालय से तीन शिक्षकों को हटाकर उन्हें बीईओ कार्यालय संबद्ध कर दिया गया है। तनाव को देखते हुए विद्यालय में वार्षिक परीक्षाओं को लेकर संशय बना हुआ था जो शुक्रवार को दूर हो गया। पुलिस के पहरे में 11वीं कक्षा के विद्यार्थियों ने गणित, जीव विज्ञान और भूगोल, नौंवी कक्षा के विद्यार्थियों ने गृह विज्ञान और गणित तथा कक्षा छह, सात और आठ के विद्यार्थियों ने अंग्रेजी प्रश्न पत्र की परीक्षा दी। एसआइ बालकृष्ण आर्य, पान सिंह रावत, फकीर राम और संदीप की अगुवाई में पुलिस बल परीक्षा समाप्त होने तक विद्यालय में तैनात रहा।
शुक्रवार को जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक अशोक कुमार गुंसाई विद्यालय पहुंचे। उन्होंने शिक्षकों और विद्यार्थियों से अलग-अलग वार्ता की और नए प्रभारी प्रधानाचार्य मनोज ग्वाल को कार्यभार ग्रहण कराया। इस दौरान मौजूद पीटीए अध्यक्ष अमरजीत राम और एसएमसी अध्यक्ष हीरा देवी ने विद्यालय से सम्बद्ध किए गए शिक्षकों की जगह नए शिक्षकों की तैनाती किए जाने की मांग की है।
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= पैकेज
जीआइसी डोर की घटना में सीईओ के रवैये पर भड़का शिक्षक संघ
संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़ : जीआइसी डोर में शिक्षक के साथ हुई अभद्रता और स्कूटी तोडे़ जाने की घटना पर राजकीय शिक्षक संघ ने कड़ा आक्रोश जताया है। संघ ने शिक्षकों की सुरक्षा की मांग उठाते हुए कहा है कि जल्द इस दिशा में कोई पहल नहीं हुई तो शिक्षक सड़कों पर उतरने को बाध्य होंगे।
संघ के जिला मंत्री प्रवीण सिंह रावल ने कहा कि बाल काटने की बात कहने पर शिक्षक को धमकाना और स्कूटी तोड़ा जाना गंभीर मामला है। उन्होंने कहा कि इस मामले में मुख्य शिक्षा अधिकारी से वार्ता की गई तो उन्होंने भी शिक्षकों को ही संयम बनाए रखने और मामले को तूल न देने की बात कहकर संवेदनहीनता का परिचय दिया है, जबकि शिक्षकों की सुरक्षा का जिम्मा विभागीय मुखिया का है। उन्होंने कहा कि इस तरह की बढ़ती घटनाओं से शिक्षकों में भय का माहौल है। शिक्षकों को समुचित सुरक्षा दिए जाने की जरू रत है। उन्होंने कहा कि विभाग इस मामले में पहल नहीं करता है तो मामले को जिला प्रशासन और पुलिस के सामने रखा जाएगा। उन्होंने सुरक्षा के लिए ठोस पहल नहीं होने पर आंदोलन की राह पकड़ने की भी चेतावनी दी है।