एम्स के नेत्र सर्जन उच्च हिमालयी गांव में लगाया शिविर
संवाद सूत्र ,धारचूला: दारमा घाटी के उच्च हिमालयी गांव दुग्तू में निशुल्क चिकित्सा शिविर में सैकड़
संवाद सूत्र ,धारचूला: दारमा घाटी के उच्च हिमालयी गांव दुग्तू में निशुल्क चिकित्सा शिविर में सैकड़ों ग्रामीणों का परीक्षण कर उपचार किया गया। शिविर में पहुंचे स्थानीय निवासी पद्मश्री एम्स के चिकित्सक नेत्र सर्जन जीवन सिंह तितियाल और मुख्य अतिथि डीआइजी आइटीबीपी एपीएस निंबाडिया का ग्रामीणों ने पारंपरिक वेशभूषा में ढोल नगाड़ों के साथ स्वागत किया।
दारमा सामाजिक एवं सांस्कृतिक विकास समिति के डॉ. महिमन सिंह दुग्ताल के सहयोग से इस ऊंचाई पर आयोजित निशुल्क शिविर के चलते माइग्रेशन पर गए ग्रामीणों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध हुई। शिविर के मुख्य अतिथि डीआइजी एपीएस निंबाडिया ने कहा कि आइटीबीपी दारमा घाटी के 14 गांवों के विकास में सहयोग देगी । उन्होंने आइटीबीपी द्वारा सामाजिक क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों के छह माह के उच्च हिमालयी प्रवास के दौरान आइटीबीपी चिकित्सा सुविधा और कैंटिन की सुविधा उपलब्ध कराएगी। उन्होंने ग्रामीणों से यहां की संवेदनशीलता को देखते हुए पालिथिन के प्रयोग पर रोक लगाने को कहा। बाहर से आने वाले पर्यटकों और ट्रैकरों को इसके बारे में बताने की अपील की ।
पद्मश्री डॉ. जीवन सिंह तितियाल ने कहा कि दारमा में आइटीबीपी के कारण सड़क का निर्माण हो सका है। अभी तक दारमा आना कठिन था। वह खुद अपने गांव 25 वर्ष बाद आ सके हैं। उन्होंने कहा कि सड़क बनने से अब क्षेत्र से पलायन पर रोक लगेगी। उन्होंने दारमा के गांवों में अभी भी पेयजल , चिकित्सा, बिजली , संचार , खाद्यान्न आपूर्ति की भारी कमी बताते हुए सरकार से इस तरफ ध्यान देने को कहा। शिविर में तीन सौ ग्रामीणों का उपचार किया गया। शिविर के संचालन में डॉ. डीएस नगन्याल, खड़क सिंहन् दताल, डॉ. गोविंद सिंह तितियाल, डॉ. सुखदेव दुग्ताल, डॉ. प्रियंका दुग्ताल ने सहयोग दिया। इस अवसर पर आइटीबीपी के सेनानी सुभाष यादव, सुंदर सिंह दुग्ताल, नेत्र सिंह दुग्ताल, कल्याण सिंह सौनाल, भवान सिंह सौनाल, गजेंद्र दुग्ताल, ज्ञान सिंह दुग्ताल, प्रदीप , प्रमोद दुग्ताल आदि लोग मौजूद थे।