बेसहारा लोगों के लिए जिले में पर्याप्त इंतजाम
संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़: सरकार की ओर से बेसहारा लोगों को ठंड से बचाने के लिए चलाई जा रह
संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़: सरकार की ओर से बेसहारा लोगों को ठंड से बचाने के लिए चलाई जा रही योजनाएं पटरी पर हैं। जरूरतमंदों तक इनका लाभ पहुंच रहा है। करीब 80 हजार की आबादी वाले शहर में एक व्यक्ति भी खुले आसमान के नीचे रात नहीं बिता रहा है। मजदूरों और गरीब वर्ग के लोगों को ठंड से बचाने के लिए नगर के प्रमुख चौराहों पर नियमित अलाव जल रहे हैं।
देर रात जागरण टीम ने बेसहारा और गरीब वर्ग के लोगों को ठंड से बचाव के लिए किए गए इंतजामों की पड़ताल की। रात्रि लगगभ दस बजे गरीबों के लिए सिल्थाम में बनाए गए रैन बसेरे में व्यवस्थाएं ठीक-ठाक मिली। रैन बसेरे में झूलाघाट क्षेत्र के दो, बागेश्वर जनपद का एक और चंडाक क्षेत्र के तीन लोग रात बिताने के लिए रू के थे। इन लोगों ने रैन बसेरे की व्यवस्थाओं को संतोषजनक बताया। यात्रियों ने पानी को लेकर शिकायत की। यात्रियों ने बताया कि रैन बसेरे में ही कैंटीन का भी इंतजाम है, जिसके चलते उन्हें बाहर नहीं जाना पड़ रहा है। बिजली गुल होने की स्थिति में यात्रियों को परेशानी न हो इसके लिए पेट्रोमेक्स के भी इंजमाम भी रैन बसेरे में किए गए हैं।
नगरपालिका चौक, सिल्थाम, घंटाकरण, कुमौड़ बैंड, टकाना आदि क्षेत्रों में भ्रमण के दौरान कोई भी व्यक्ति खुले आसमान के नीचे रात बिताते नहीं मिला। नगरपालिका की ओर से नगर के सभी प्रमुख चौराहों पर अलाव जलाए जा रहे हैं। अलाव देर रात तक जल रहे हैं। रात्रि दस बजे बाद अलाव के आसपास लोग नहीं दिखे। अलबत्ता नौ बजे तक मजदूर वर्ग के तमाम लोग अलाव से ठंड दूर करते दिखे।
पालिकाध्यक्ष राजेंद्र रावत ने बताया कि गरीब, बेसहारा लोगों को ठंड से बचाव के पूरे इंतजाम किए गए हैं। अलाव के लिए बजट की कोई समस्या नहीं है।