एक मकान ध्वस्त, इमला-चौना मार्ग बदहाल
संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़ : सीमांत क्षेत्र में हुई भारी बारिश से खासा नुकसान हुआ है। बमन गांव म
संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़ : सीमांत क्षेत्र में हुई भारी बारिश से खासा नुकसान हुआ है। बमन गांव में एक महिला का मकान ध्वस्त हो गया। इमला-चौना मोटर मार्ग पूरी तरह रोखड़ में तब्दील हो गया। बारिश के चलते भारत-नेपाल के बीच सीमा बनाने वाली काली नदी उफान पर आ गई है। जिले में नौ ग्रामीण मोटर मार्ग बाधित चल रहे हैं।
मंगलवार की रात हुई भारी बारिश से बमन गांव में पार्वती देवी का दो कमरों का मकान ध्वस्त हो गया। परिवार के सदस्य समय रहते घर से बाहर निकल आए जिससे कोई जनहानि नहीं हुई। महिला के घर का पूरा सामान मलबे में दफन हो गया। पीड़ित परिवार ने गांव में ही दूसरे व्यक्ति के मकान में शरण ले रखी है। सूचना पर गांव पहुंची राजस्व टीम ने क्षति का आंकलन शुरू कर दिया है।
इसी तहसील क्षेत्र में इमला से चौना गांव के लिए बनी सड़क का डामर भारी बारिश के चलते बह गया, जिससे पूरी सड़क रोखड़ में तब्दील हो गई है। सड़क पर बिछी रोड़ी बाहर निकल आई है। सड़क पर आवागमन बाधित हो गया है। ग्रामीणों ने अविलंब सड़क की हालत सुधारे जाने की मांग की है। भारी बारिश के चलते भारत नेपाल के बीच सीमा रेखा बनाने वाली काली नदी का जल स्तर बढ़ गया है। बुधवार को नदी का जल स्तर 888.30 मीटर रिकार्ड हुआ जो खतरे के निशान से मात्र 70 इंच नीचे है। मुनस्यारी में सर्वाधिक 57 मिमी. बारिश
मंगलवार की रात आपदा से जूझ रही सीमांत तहसील मुनस्यारी में सर्वाधिक 57 मिमी.बारिश दर्ज की गई। पिथौरागढ़ में 22.6, धारचूला में 22.2, गंगोलीहाट में 7.0 और बेरीनाग में 10 मिमी. वर्षा रिकार्ड की गई। डीडीहाट में सबसे कम 1.0 मिमी. वर्षा रिकार्ड हुई। मौसम विभाग ने सितंबर माह में वर्षा का क्रम जारी रहने की संभावना जताई है।