36 साल गुजरे पर नहीं सुधरी रांथी मोटर मार्ग की दशा, छह हजार की आबादी प्रभावित
पिथौरागढ़ में दोबाट से रांथी तक बनी 12 किमी मार्ग की दशा आज तक नहीं सुधरी है।
धारचूला, जेएनएन : 36 वर्ष पूर्व दोबाट से रांथी तक बनी 12 किमी मार्ग की दशा आज तक नहीं सुधरी है। 21 लोगों की जान ले चुकी इस सड़क पर सफर करने के दौरान लोगों की जान हलक पर आ जाती है। राथी की छह हजार की आबादी अपने बाजार और तहसील मुख्यालय आने के लिए इस सड़क से सफर करने को मजबूर हैं। सड़क के चौड़ीकरण और विस्तारीकरण की फाइलें विभाग के जाल में उलझी हैं।
1500 परिवारों वाली रांथी ग्राम पंचायत जिले की तीन बड़ी ग्राम पंचायतों में शामिल है। गांव में 14.20 फीसद अनुसूचित जाति 85.80 फीसद ओबीसी हैं। 2001 की जनगणना के अनुसार गांव की आबादी 6000 थी जो अब बढ़ चुकी है वह भी तब जब केवल सड़क को लेकर गांव से पलायन हुआ है। कई वर्ग किमी में फैली ग्राम पंचायत के कुछ तोक गांव ऐसे हैं जहां से सड़क की दूरी सात किमी है। गांव में एक राइंका, एक राजकीय हाईस्कूल, 14 प्राथमिक विद्यालय, एक पशु चिकित्सालय तो एक आयुर्वेदिक अस्पताल और एक एएनएम सेंटर है। गांव को जोड़ने वाली खस्ताहाल सड़क को देखते कर्मचारी शिक्षक यहां से कतराते हैं। ========= 2003 से सड़क विस्तारीकरण की मांग हो रही है रांथी सड़क का निर्माण अविभाजित यूपी में रहने के दौरान हल्का मोटर मार्ग के तहत हुआ। सड़क के एक तरफ डरावने चट्टान हैं तो दूसरी तरफ एक हजार मीटर गहरी खाई है नीचे काली नदी बहती है। तीन से चार अंधे मोड़ हैं। जिसमें कोलधार जैसा जानलेवा मोड़ है। यहां तक कि सड़क ठीक करने वाली जेसीबी मशीन भी यहां से खाई में गिर चुकी है। =========== न तो लोनिवि की गैंग है और नहीं हो रहा है चौड़ीकरण सिंगल सड़क पर वाहन चलाना किसी चुनौती को स्वीकार करना है। वर्ष 2003 में तत्कालीन जिपं सदस्य लीला धामी के प्रयासों से मार्ग पर गैंग लगाई गई परंतु बाद में हटा दी गई। विभाग द्वारा सड़क सुधारीकरण के नाम पर किया गया कार्य मात्र खानापूर्ति रहा। जिसे लेकर ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है। गत लोस चुनाव में ग्रामीणों ने मतदान के बहिष्कार की धमकी दी। प्रशासन ने ग्रामीणों को सड़क की दशा सुधारने का भरोसा दिलाया। एक साल होने को आया कोई कार्य नहीं होने से अब ग्रामीण आक्रोश में हैं। =======
क्या कहते हैं ग्रामीण
पूर्व प्रधान लीला धामी का कहना है कि सड़क के नाम पर ग्रामीणों के साथ छल किया गया है। शासन, प्रशासन और विभाग ग्रामीणों की समस्याओं के प्रति उदासीन हैं। सरपंच मान सिंह धामी, समाज सेवी केशर सिंह धामी, ग्रामीण तेज राम टम्टा का कहना है कि सड़क विस्तारीकरण और चौड़ीकरण स्वीकृति की जानकारी दी जाती है, परंतु धरातल पर कोई कार्य नहीं हो रहा है। ग्रामीण पलायन करते जा रहे हैं। =========== रांथी मोटर मार्ग के चौड़ीकरण और विस्तारीकरण की फाइल तैयार है। उपजिलाधिकारी कार्यालय को हस्ताक्षर के लिए भेजी गई है। सड़क का चौड़ीकरण होने के साथ सात किमी विस्तार होना है। शीघ्र ही कार्य प्रारंभ हो जाएगा।
- इं. जीएस पांडेय, एई, लोनिवि