एक कंप्यूटर पर 16 पटवारी बना रहे हैं 100 गांवों के प्रमाण पत्र
संवाद सूत्र बेरीनाग डिजिटल इंडिया का सच देखना है तो बेरीनाग आइए। यहां राजस्व विभाग ने 16 पटवारि
संवाद सूत्र, बेरीनाग: डिजिटल इंडिया का सच देखना है तो बेरीनाग आइए। यहां राजस्व विभाग ने 16 पटवारियों को एक कंप्यूटर दिया है, जिस पर उन्हें 100 से अधिक गांवों के लोगों के प्रमाण पत्र बनाने हैं। जल्द होने वाली सेना भर्ती के चलते इन दिनों प्रमाण पत्र बनाने को युवाओं का हुजूम उमड़ रहा है।
इससे विडंबना ही कहा जाएगा कि सरकार एक ओर डिजिटल इंडिया के दावे कर रही है। लोगों को सपने दिखाए जा रहे हैं कि इससे उनके सरकारी कामकाज जल्द निपटेंगे, लेकिन व्यवस्थाओं की कमी के चलते उल्टा हो रहा है। बेरीनाग तहसील में जाति, चरित्र आदि प्रमाण पत्र बनाने के लिए एक कंप्यूटर लगाया गया है, जिस पर तहसील क्षेत्र की 16 पट्टियों में तैनात पटवारियों को काम करना पड़ रहा है। एक पटवारी के अधीन सात से लेकर दस तक गांव आते हैं। इन दिनों सेना भर्ती के लिए चरित्र प्रमाण पत्र बनाने वाले युवाओं का हुजूम तहसील मुख्यालय में उमड़ रहा है। एक क्षेत्र के पटवारी जब तक अपने क्षेत्र के प्रमाणपत्रों की प्रक्रिया को आनलाइन करते हैं तब तक अन्य पटवारियों को इंतजार करना पड़ता है। किसी पटवारी के आकस्मिक अवकाश में चले जाने पर उसकी आइडी से दूसरा पटवारी प्रमाण पत्र नहीं बन सकता है। पटवारी से प्रकिया शुरू होने के बाद यह तहसीलदार के पास जाती है, अंत में इस पर एसडीएम फाइनल मोहर लगाते हैं। लंबी प्रक्रिया के चलते युवाओं को खासी परेशानी झेलनी पड़ती है। युवाओं ने कंप्यूटर की संख्या बढ़ाए जाने की मांग की है।
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सेना भर्ती और पंचायत चुनाव के चलते विभिन्न प्रमाण पत्र बनवाने वालों की संख्या एकाएक बढ़ गई है, जिसके चलते कुछ दिक्कत आ रही है। प्रमाण पत्र बनाने के लिए कई दस्तावेज अपलोड करने पड़ते हैं जिसमें समय लगना स्वाभाविक है।
- आरडी जोशी, तहसीलदार, बेरीनाग