बेटी को दुनिया दिखाकर दुनिया से विदा
संवाद सूत्र, गणाईगंगोली: पहाड़ों की बदहाल चिकित्सा व्यवस्था एक बार फिर उजागर हुई है। समय पर उपचार नह
संवाद सूत्र, गणाईगंगोली: पहाड़ों की बदहाल चिकित्सा व्यवस्था एक बार फिर उजागर हुई है। समय पर उपचार नहीं मिलने से कुंतला गांव की एक प्रसव पीड़िता असमय मौत के मुंह में संमा गई। सेराघाट के पास उसने वाहन में एक पुत्री को दुनिया जरूर दिखाया, लेकिन खुद दुनिया से विदा हो गई।
तहसील के कुंलता गांव निवासी ममता देवी 23 वर्ष पत्नी बालम प्रसाद को प्रसव पीड़ा होने पर गणाईगंगोली प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। जहां पर विगत कई माहों से चिकित्सक तैनात नहीं है। यहां पर तैनात चिकित्सक को सीएचसी लाया गया। जहां पर मात्र एक नर्स भर तैनात है। पीड़िता की हालत देखते हुए नर्स ने उसे अल्मोड़ा जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। परिजन जब उसे 80 किमी दूर अल्मोड़ा को ले जा रहे थे तो लगभग छह किमी दूर सेराघाट में महिला की हालत खराब होने लगी। जहां पर उसने एक बच्ची को जन्म दिया और उसकी दशा काफी खराब हो गई। उपचार के अभाव में महिला की कुछ देर तड़पने के बाद मौत हो गई।
इसे लेकर क्षेत्र की जनता में रोष व्याप्त है। जनता ने इसके लिए सरकार और चिकित्सा विभाग को जिम्मेदार ठहराया है। जनता ने सीएम से इसके लिए विभाग के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। लोगों का कहना है कि यदि समय से महिला को उपचार मिल जाता तो वह बच जाती। क्षेत्र की जनता ने सीएमओ से पीएचसी गंगोलीहाट में एक महिला और पुरु ष चिकित्सक की अविलंब तैनाती की मांग की है।