दो दिनों से गंगोत्री में पेयजल संकट
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : गंगा के मायके गंगोत्री में पिछले दो दिनों से पीने के पानी का संक
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : गंगा के मायके गंगोत्री में पिछले दो दिनों से पीने के पानी का संकट बना हुआ। नलों पर पानी आने के कारण यात्रियों और स्थानीय लोगों व व्यापारियों को भागीरथी का गाद युक्त पानी पीने को विवश होना पड़ रहा है। स्थानीय लोगों ने कई बार प्रशासन से शिकायत भी कर दी है। लेकिन उसके बाद भी प्रशासन व जल संस्थान गंगोत्री पेयजल की व्यवस्था को सुचारू नहीं कर पा रहा है।
गंगोत्री धाम में पिछले तीन दिनों से लगातार बारिश हो रही है। बारिश से आसपास के नालों में गाद बढ़ गई है। हम्क्या व पकोड़िया नाले में गाद बढ़ने के कारण गंगोत्री धाम में पानी की आपूर्ति ठप हो गई है। जिससे यात्रियों, व्यापारियों व तीर्थ पुरोहितों को पीने के पानी को लेकर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। गंगोत्री में पेयजल संकट का कारण यह है कि जल संस्थान अभी तक गंगोत्री आने वाली क्षतिग्रस्त पेयजल लाइनों का सही नहीं किया है। गंगोत्री व्यापार मंडल के अध्यक्ष सतेंद्र सेमवाल का कहना है कि गंगोत्री में 60 होटल, 10 धर्मशालाएं तथा 120 से अधिक दुकानें हैं। इन दिनों गंगोत्री धाम में आने वाले यात्रियों की संख्या भी दो हजार से अधिक है। पर इस प्रमुख धाम में यात्री व्यवस्थाएं बदहाल हैं। खासकर इन दिनों पेयजल की बड़ी समस्या है। इस समस्या से कई बार प्रशासन व जल संस्थान को अवगत करा दिया गया है। लेकिन अभी तक पेयजल व्यवस्था को सुचारू नहीं किया गया है। उन्होंने बताया कि नलों पर पानी न आने के कारण यात्रियों व स्थानीय व्यापारियों को गाद युक्त पानी पीना पड़ रहा है।