नगर निगम ने तोड़ी दीवार खोह नदी में डाल रहे कूड़ा
जागरण संवाददाता कोटद्वार ट्रेचिग ग्राउंड को लेकर भारी फजीहत झेल रहे कोटद्वार नगर ि
जागरण संवाददाता, कोटद्वार: ट्रेचिग ग्राउंड को लेकर भारी फजीहत झेल रहे कोटद्वार नगर निगम ने फजीहत से बचने का जो उपाय निकाला, उसने निगम निगम की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगा दिए हैं। नगर निगम ने शनिवार सुबह कूड़े से खचाखच भरे ट्रेचिग ग्राउंड की एक दीवार को धराशायी कर दिया, जिससे कूड़ा का ढेर खोह नदी में जा गिरा।
कोटद्वार नगर निगम गठन के बाद कोटद्वार क्षेत्र के प्रतिदिन सत्तर से अस्सी टन कूड़ा उठाया जा रहा है, लेकिन इस कूड़े के निस्तारण की कहीं कोई ठोस व्यवस्था नहीं है। नगर निगम करीब एक दशक पूर्व खोह नदी के तट पर बने ट्रेचिग ग्राउंड में ही इस कूड़े को फेंक रही थी। लगातार कूड़ा पड़ने के कारण ट्रेचिग ग्राउंड कूड़े से ठसाठस भर गया और नगर निगम ने ग्राउंड के बाहर ही कूड़ा फेंकना शुरू कर दिया। नतीजा, मुक्ति धाम की राह में कूड़ा बाधक बन गया। बीते दिनों क्षेत्र की जनता ने नगर निगम की इस कार्यशैली के विरोध में नगर निगम की शव यात्रा भी निकाली। साथ ही नगर आयुक्त/उपजिलाधिकारी योगेश मेहरा से कूड़े के निस्तारण की ठोस व्यवस्था करने की मांग की।
क्षेत्रीय जनता के इस प्रदर्शन का परिणाम रहा कि नगर निगम प्रशासन ने मुक्ति धाम के मुख्य गेट के समीप एकत्र कूड़े के ढेर को हटाने के लिए जेसीबी मशीन लगा दी। इस बीच, शनिवार सुबह निगम प्रशासन ने जेसीबी मशीन से ट्रेचिग दीवार की एक दीवार को गिरा दिया। दीवार के गिरते ही ट्रेचिग ग्राउंड का कूड़ा खोह नदी में गिरने लगा है। रतनपुर निवासी वीरेंद्र बुड़ाकोटी, मोहन सिंह रावत, संजय तिवारी, सतीश बुड़ाकोटी सहित अन्य ने बताया कि नदी में कूड़ा गिरने से जहां खोह नदी अपवित्र हो रही है, वहीं क्षेत्र में दुर्गंध भी बढ़ गई है।