तमाम प्रयास, फिर भी नहीं जागे मतदाता
जागरण संवाददाता, कोटद्वार: लोकसभा चुनाव में अधिक से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करे, इसके ल
जागरण संवाददाता, कोटद्वार: लोकसभा चुनाव में अधिक से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करे, इसके लिए निर्वाचन आयोग की ओर से लगातार मतदाताओं को जागरूक करने के लिए तमाम अभियान चलाए जा रहे थे, बावजूद इसके 2017 के विधानसभा चुनावों के मुकाबले इस चुनाव में मत प्रतिशत में गिरावट आई। हैरानी की बात तो यह है कि 2014 के लोकसभा चुनावों में भी इस लोकसभा चुनाव के मुकाबले मत प्रतिशत अधिक था।
निर्वाचन आयोग की ओर से जैसे ही लोकसभा चुनावों की तिथियां घोषित की गई, प्रदेश में मतदाताओं को जागरूक करने की मुहिम शुरू कर दी गई। निर्वाचन आयोग के निर्देश पर प्रशासन ने मतदाताओं को जागरुक करने के लिए जहां जगह-जगह स्कूली बच्चों की रैलियां निकाली, वहीं कई अन्य माध्यमों से मतदाताओं को जागरूक करने का प्रयास किया, लेकिन प्रयास अधिक रंग न ला सके। हालात यह रहे कि जनपद पौड़ी की छह विधानसभाओं में 2017 के विधानसभा चुनावों के सापेक्ष इस चुनाव में मतदाताओं का मत प्रतिशत कम रहा। 2017 के विधानसभा चुनाव में जहां पौड़ी जनपद की छह विधानसभाओं में 54.96 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया, जबकि 11 अप्रैल को संपन्न हुई मतदान प्रक्रिया में 50.63 प्रतिशत मतदाताओं ने ही अपने मताधिकार का प्रयोग किया। स्पष्ट है कि 2017 के मुकाबले इस चुनाव में मतदाता उस तादाद में मतदान केंद्रों में नहीं उमड़े, जिस तरह प्रशासन ने तैयारियां की थी। विधानसभावार मत प्रतिशत की स्थिति
विधानसभा 2014 2017 2019
कोटद्वार 65.58 69.34 61.33
लैंसडौन 46.73 47.94 43.97
चौबट्टाखाल 48.00 44.99 43.22
पौड़ी 52.17 51.55 49.37
श्रीनगर 52.70 57.42 53.12
यमकेश्वर 50.22 53.39 49.58