Vanantara Resort Murder : उच्चाधिकारियों के निर्देश के बाद SIT ने नार्को टेस्ट याचिका नहीं की दाखिल, वापस लौटी
Vanantara Resort Murder उच्चाधिकारियों के आदेशों पर टीम न्यायालय में याचिका जमा किए बिना ही वापस लौट गई। घटना से जुड़े कुछ रहस्य सामने आने बाकी है इसके लिए पुलिस आरोपितों का नार्को टेस्ट कराने की अनुमति मांग रही है।
टीम जागरण, कोटद्वार : Vanantara Resort Murder : लक्ष्मणझूला थाना क्षेत्र के अंतर्गत वनंतरा रिजोर्ट में कार्यरत महिला कर्मी की हत्या के मामले में गिरफ्तार आरोपितों का नारको टेस्ट कराने की याचिका को लेकर मंगलवार को एसआइटी न्यायालय में पहुंची। हालांकि, कुछ देर बाद ही उच्चाधिकारियों के आदेशों पर टीम न्यायालय में याचिका जमा किए बिना ही वापस लौट गई।
अपर पुलिस अधीक्षक शेखर चंद्र सुयाल ने बताया कि नार्को व पालीग्राफ टेस्ट के लिए याचिका अदालत में दाखिल करने की प्रक्रिया की जा रही थी। इसी बीच उच्चाधिकारियों की ओर से याचिका दाखिल न करने के निर्देश दिए गए। इसके बाद याचिका जमा नहीं की गई।
उच्चाधिकारियों के आदेशों पर आगे की कार्यवाही की जाएगी
बताया कि उच्चाधिकारियों के आदेशों पर आगे की कार्यवाही की जाएगी। बीते सितंबर माह में लक्ष्मणझूला थाना क्षेत्र के अंतर्गत वनंतरा रिजोर्ट में कार्यरत महिला कर्मी की हत्या के मामले में रिसोर्ट स्वामी पुलकित आर्य के साथ ही दो प्रबंधकों को पुलिस ने गिरफ्तार कर दिया।
इन पर हत्या, साक्ष्य छिपाने, अनैतिक कार्य के लिए दबाव डालने सहित अन्य आरोप हैं। बताया यह भी जा रहा है कि वीआइपी मेहमान को विशेष सेवा देने के लिए महिला कर्मी पर दबाव बनाया जा रहा था। मेहमान के नाम का खुलासा करने को लेकर लगातार धरना-प्रदर्शन भी किए जा रहे हैं। इस बीच पुलिस ने आरोपितों का नार्को व पोलीग्राफ टेस्ट करवाने की योजना बनाई।
मंगलवार को मामले में जांच अधिकारी राजेंद्र खोलिया की ओर से न्यायिक मजिस्ट्रेट (प्रथम श्रेणी) की अदालत में आरोपितों के नार्को व पालीग्राफ टेस्ट के लिए याचिका दाखिल करने की प्रक्रिया शुरू कर गई थी, लेकिन टीम याचिका दाखिल किए बगैर वाप लौट गई।
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उक्रांद ने फूंका केबिनेट मंत्री का पुतला
हत्याकांड मामले में भाजपा के कैबिनेट मंत्री की ओर से विवादित बयान देने पर उक्रांद ने डोईवाला चौक पर प्रेमचंद अग्रवाल का पुतला दहन किया। इस दौरान उक्रांद के मीडिया प्रभारी शिव प्रसाद सेमवाल ने कहा कि प्रेमचंद्र अग्रवाल न तो घटना क्षेत्र के विधायक है न ही गृहमंत्री हैं और न ही एसआइटी ने अभी अपनी जांच पूरी की है।
ऐसे मे यह बयान अपराधियों को बचाने वाला बयान है। उक्रांद के संगठन मंत्री मोहन असवाल ने कहा कि मंत्री का दिया गया बयान अशोभनीय है। उक्रांद नेता केंद्रपाल तोपवाल ने कहा कि काबीना मंत्री विवादित बयान देकर अंकिता के हत्यारों को बचाने का काम कर रही है।
जिलाध्यक्ष संजय डोभाल ने कहा कि कैबिनेट मंत्री जनता से माफी मांगे। पुतला फूंकने वालों में मोहन असवाल, सुरेंद्र सिंह चौहान, अवतार सिंह बिष्ट,प्रमोद डोभाल,भावना मैठाणी, शुभम, जुयाल, विशाल,लकी,आकाश,विनोद कोठियाल आदि शामिल थे।