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ट्रेंचिग ग्राउंड पर चौबीस को आएगा अहम फैसला

राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (एनजीटी) 24 मार्च को ट्रेंचिग ग्राउंड के मामले में अहम फैसला दे सकता है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 17 Mar 2021 09:56 PM (IST)Updated: Wed, 17 Mar 2021 09:56 PM (IST)
ट्रेंचिग ग्राउंड पर चौबीस को आएगा अहम फैसला
ट्रेंचिग ग्राउंड पर चौबीस को आएगा अहम फैसला

जागरण संवाददाता, कोटद्वार: राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (एनजीटी) 24 मार्च को ट्रेंचिग ग्राउंड के मामले में अहम फैसला दे सकता है। वॉल ऑफ काइंडनेस संस्था के संस्थापक मनोज नेगी की ओर से इस संबंध में एनजीटी में दायर याचिका पर जिलाधिकारी ने जवाब दाखिल कर दिया है।

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कोटद्वार व दुगड्डा में क्षेत्र से उठाया जाने वाला कूड़ा खोह नदी के तट पर फेंका जा रहा है, जिससे जहां एक ओर नदी प्रदूषित हो रही है, वहीं इसका पर्यावरण पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। वर्ष 2019 में वॉल ऑफ काइंडनेस संस्था के संस्थापक मनोज नेगी ने इस संबंध में एनजीटी में वाद दायर किया, जिसके बाद प्राधिकरण ने प्रशासन को छह माह के भीतर कूड़ा निस्तारण की ठोस व्यवस्था करने के निर्देश दिए। लेकिन, प्रशासन ने अगले एक वर्ष तक इस संबंध में कोई कवायद नहीं की। नतीजा, 2020 में पुन: संस्था ने एनजीटी में दस्तक की, जिसके बाद एनजीटी ने जिलाधिकारी को कूड़ा निस्तारण को लेकर किए गए कार्यों की रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। संस्था के अधिवक्ता रोहित डंडरियाल ने बताया कि जिलाधिकारी की ओर से रिपोर्ट दाखिल कर दी गई है, जिस पर 24 मार्च को सुनवाई होनी है। बताया कि रिपोर्ट का अध्ययन करने के बाद एनजीटी बड़ा फैसला सुना सकता है।

जिलाधिकारी की रिपोर्ट में प्रस्तुत तथ्य

एनजीटी को दी गई रिपोर्ट में जिलाधिकारी ने कूड़ा निस्तारण के लिए किए गए तमाम उपायों का जिक्र किया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि कोटद्वार क्षेत्र में कूड़ा निस्तारण के लिए 0.998 हेक्टेयर वन भूमि का चयन किया गया है, जिसमें भूमि हस्तांतरण होना शेष है। झंडीचौड़ व गंदरियाखाल में चार स्थानों में कूड़ा निस्तारण के लिए भूमि चयनित की गई है। यहां जल्द ही वैज्ञानिक तरीके से कूड़ा निस्तारण कार्य शुरू किया जाएगा। नगर निगम ने खोह नदी के तट पर डाले जा रहे कूड़े के निस्तारण को बायोरेमिडशन मशीन और ट्रोमिल मशीन लगाई गई हैं। कूड़े में लगी आग को तत्काल बुझाने के लिए पांच-पांच हजार लीटर के दो टैंक बनाए गए हैं, जिन पर प्रेशर पाइप लगाए गए हैं।


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