मौत बन दौड़ रही ट्रैक्टर ट्राली, सिस्टम मौन
संवाद सहयोगी, कोटद्वार: उत्तर प्रदेश के जिला बिजनौर के विभिन्न गांव से ट्रैक्टर-ट्राली में आने वाले
संवाद सहयोगी, कोटद्वार: उत्तर प्रदेश के जिला बिजनौर के विभिन्न गांव से ट्रैक्टर-ट्राली में आने वाले श्रद्धालुओं की लापरवाही आमजन के जीवन पर भारी पड़ सकती है। रविवार सुबह सिद्धबली मंदिर की ओर जाते समय बदरीनाथ मार्ग पर श्रद्धालुओं के ट्रैक्टर का स्टेरिग लाक हो गया। नतीजा, ट्रैक्टर-ट्राली की चपेट में आने से तीन दोपहिया वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। गनीमत यह रही है घटना के समय कोई व्यक्ति सड़क किनारे खड़ा नहीं था, जिससे एक बड़ा हादसा होने से बच गया।
गढ़वाल के प्रवेश द्वार कोटद्वार में स्थित श्री सिद्धबली बाबा से सैकड़ों भक्तों की आस्था जुड़ी हुई है। ऐसे में जिला बिजनौर के नगीना सहित अन्य गांव के लोग प्रत्येक मंगलवार व रविवार को ट्रैक्टर-ट्राली में लदकर बाबा के दर्शन को पहुंचते हैं। इन श्रद्धालुओं की लापरवाही कभी भी शहर की सड़कों पर चलने वाले लोगों के जीवन पर भारी पड़ सकती है। तेज रफ्तार में कोटद्वार शहर के बाजार से होकर गुजरने वाले इन ट्रैक्टर-ट्राली पर नंबर प्लेट तक नहीं रहती। कृषि कार्यों के लिए पंजीकृत यह ट्रैक्टर कई बार सिद्धबली मंदिर के आसपास बीच सड़क पर ही खराब हो जाते हैं।
ऐसा ही एक उदाहरण रविवार सुबह भी देखने को मिला। श्रद्धालुओं से लदी एक ट्रैक्टर-ट्राली सिद्धबली मंदिर की ओर जा रही थी। इसी दौरान राजकीय कन्या इंटर कालेज के बाहर ट्रैक्टर का स्टेरिग लाक हो गया और ट्रैक्टर चालक का ट्रैक्टर से नियंत्रण छूट गया। ट्रैक्टर से सड़क किनारे खड़े तीन दुपहिया वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। मौके पर पहुंची पुलिस ने श्रद्धालुओं व दोपहिया वाहन चालकों के बीच समझौता करवाया। खुद की जिदगी भी खतरे में
हर मंगलवार व रविवार को ट्रैक्टर-ट्रॉली से आने वाले यह श्रद्धालु दूसरों के साथ ही स्वयं की जिदगी को भी खतरे में डाल रहे हैं। हालत यह है कि ट्राली में क्षमता से कई अधिक लोग बैठे रहते हैं, जिसमें बच्चे व बुजुर्ग भी शामिल रहते हैं। कई बार यह श्रद्धालु सिद्धबली दर्शन करने के बाद दुगड्डा की ओर भी चले जाते हैं। इससे हादसों का अंदेशा बना रहता है। संदेश: 22कोटपी 2
कोटद्वार के बदरीनाथ मार्ग में ट्रैक्टर चालक व दोपहिया वाहन स्वामियों को समझाने पहुंची पुलिस