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पुराना भवन जर्जर, नया अधर में लटका

विकास खंड पाबौ के जीआइसी जगतेश्वर का विद्यालय भवन के निर्माण का कार्य अधर में है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 24 Jun 2020 03:00 AM (IST)Updated: Wed, 24 Jun 2020 06:16 AM (IST)
पुराना भवन जर्जर, नया अधर में लटका
पुराना भवन जर्जर, नया अधर में लटका

संवाद सहयोगी, पौड़ी: विकास खंड पाबौ के जीआइसी जगतेश्वर का विद्यालय भवन के निर्माण का कार्य अधर में लटका हुआ है। पांच वर्ष से जहां विद्यालय के नये भवन का निर्माण कार्य पूर्ण नहीं हो पाया है, वहीं पुराने भवन की छत से चट्टान खिसककर अटकने से जमींदोज होने का खतरा मंडरा रहा है। ऐसे में अभिभावकों में खासी नाराजगी है। उन्होंने विद्यालय के भवन का निर्माण कार्य जल्द पूर्ण नहीं किए जाने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी है। वहीं विभागीय अधिकारियों का कहना है कि नाबार्ड पोषित होने के कारण समय-समय पर बजट नहीं मिलने से भवन निर्माण अधूरा है।

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ब्लाक पाबौ के जगतेश्वर में वर्ष 1978 को जूनियर हाईस्कूल की स्थापना हुई थी। यह विद्यालय वर्ष 1988 में हाईस्कूल व वर्ष 2005 में उच्चीकृत होकर इंटर कालेज बना। लेकिन कक्षाएं आज भी पुराने जीर्णशीर्ण भवन में ही लग रही हैं। केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री व तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने 2010 में जीआइसी जगतेश्वर के भवन निर्माण को 2 करोड़ की धनराशि की घोषणा की थी। वर्ष 2015 में तत्कालीन श्रीनगर विधायक गणेश गोदियाल ने विद्यालय के भवन निर्माण का शिलान्यास किया, जहां इसकी लागत घटाकर एक करोड़ एक लाख कर दी गई। एसएमसी अध्यक्ष ऊषा देवी, पीटीए सदस्य बचन सिंह, राजेन्द्र रौथाण व सामाजिक कार्यकर्ता बीर सिंह रावत ने बताया कि पांच वर्षों से दो मंजिला भवन का निर्माण कार्य अधर में लटका हुआ है। निर्माणदायी संस्था व विभागीय अधिकारी मामले में हीलाहवाली बरत रहे हैं। उन्होंने कहा कि एक ओर नए भवन का निर्माण नहीं हुआ है, वहीं दूसरी ओर पुराने भवन के पीछे एक बड़ी चट्टान खिसककर भवन की छत पर अटकी है, जिससे भवन कभी भी जमींदोज हो सकता है। ऐसे में पाल्यों को विद्यालय में प्रवेश दिलाना खतरे से खाली नहीं है। उन्होंने कहा कि भवन निर्माण कार्य जल्द पूर्ण नहीं किया जाता है तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। नहीं हैं चार प्रवक्ता व एक एलटी शिक्षक

जीआइसी जगतेश्वर में चार प्रवक्ता व एक एलटी का पद रिक्त चल रहा है, जबकि विद्यालय में छात्र संख्या 312 है। प्रधानाचार्य एनएस नेगी ने बताया कि विद्यालय में हिदी, रसायन विज्ञान, गणित व इतिहास के प्रवक्ता और विज्ञान के एलटी शिक्षक का पद रिक्त चल रहा हैं। जबकि चतुर्थ श्रेणी का एक भी पद सृजित नहीं है। जीआइसी जगतेश्वर के भवन का निर्माण कार्य नाबार्ड पोषित है। शासन स्तर से समय पर धनराशि नहीं मिलने के कारण भवन निर्माण कार्य पूर्ण नहीं हो पाया है। मदन सिंह रावत, सीईओ पौड़ी।


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