पार्क बढ़ाएंगे सिद्धबली मंदिर की शोभा
जागरण संवाददाता, कोटद्वार: कोटद्वार क्षेत्र के प्रसिद्ध श्री सिद्धबली मंदिर पर लैंसडौन वन प्रभाग की
जागरण संवाददाता, कोटद्वार: कोटद्वार क्षेत्र के प्रसिद्ध श्री सिद्धबली मंदिर पर लैंसडौन वन प्रभाग की ओर से बनाए जा रहे दो पार्क चार चांद लगाएंगे। पार्को का निर्माण मंदिर की ओर जाने वाले रास्ते के दोनों ओर किया जाएगा। करीब पचास लाख रुपये की लागत से बनने वाले इन पार्को में जहां बच्चों के लिए झूले लगेंगे, वहीं बड़े-बुजुर्गों के लिए भी बेहतर सुविधाएं जुटाई जाएंगी।
कोटद्वार क्षेत्र में खोह नदी के तट पर स्थित सिद्धबली मंदिर की अपनी महत्ता है। कोटद्वार व आसपास ही नहीं, दूरदराज के क्षेत्रों से श्रद्धालु इस मंदिर में पहुंचकर शीश नवाते हैं। मंदिर परिसर में भले ही श्रद्धालुओं के आराम को छोटा पार्क बना हो, लेकिन आसपास कोई ऐसे पार्क नहीं, जहां बच्चे मौज-मस्ती कर सकें। लैंसडौन वन प्रभाग की ओर से कुछ वर्ष पूर्व मंदिर की ओर जाने वाले मार्ग पर एक छोटा पार्क बनाया गया था, जो वर्तमान में बदहाल स्थिति में है। लैंसडौन वन प्रभाग अब मंदिर की ओर जाने वाले मार्ग के दोनों ओर पार्क बनाने की तैयारी में है। वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉ. हरक ¨सह रावत के निर्देश पर प्रभाग की ओर से पार्क निर्माण की कार्ययोजना तैयार कर दिया गया है। पार्कों के निर्माण के लिए शासन से पचास लाख की धनराशि स्वीकृत की गई है।
यह है योजना
लैंसडौन वन प्रभाग जहां पुराने पार्क के जीर्णोद्धार की तैयारी में है, वहीं सड़क के दूसरी ओर एक नया पार्क भी विकसित किया जाएगा। दोनों पार्कों में आवागमन के लिए सड़क से करीब 18 फीट की ऊंचाई पर पैदल पुल का निर्माण किया जाएगा। पार्क से किनारों से हाथियों के आवागमन को रास्ता भी छोड़ने की योजना है, ताकि हाथी पार्क में प्रवेश न कर पाए। पार्कों में बच्चों के लिए झूले लगाए जाएंगे। साथ ही पार्क का सौंदर्यीकरण भी किया जाएगा, ताकि श्रद्धालुओं को राहत मिल सके।
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'कोटद्वार क्षेत्र में बच्चों के लिए कोई पार्क नहीं है। सद्धबली मंदिर के समीप पार्क बनने से जहां क्षेत्र के बच्चों को बेहतर पार्क मिलेंगे, वहीं बाहर से आने वाले श्रद्धालु भी इन पार्कों का लुत्फ उठा पाएंगे। वन विभाग को जल्द पार्क में कार्य शुरू करने के लिए निर्देशित किया गया है।
- डॉ. हरक ¨सह रावत, वन एवं पर्यावण मंत्री