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क्वारंटाइन युवक ने प्रशासन पर लगाया लापरवाही का आरोप

जिले के कोट विकासखंड के ढूंगी गांव निवासी युवक ने सोशल मीडिया के जरिये प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 29 Jun 2020 03:00 AM (IST)Updated: Mon, 29 Jun 2020 06:13 AM (IST)
क्वारंटाइन युवक ने प्रशासन पर लगाया लापरवाही का आरोप
क्वारंटाइन युवक ने प्रशासन पर लगाया लापरवाही का आरोप

संवाद सहयोगी, पौड़ी: जिले के कोट विकासखंड के ढूंगी गांव निवासी युवक ने सोशल मीडिया के जरिये प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है। युवक का कहना है कि प्रशासन की ओर से कोई व्यवस्था न होने के चलते उसे अपनी क्वारंटाइन अवधि जंगल में बितानी पड़ रही है। साथ ही युवक ने मदद मांगने पर बीडीओ पर अभद्रता का आरोप भी लगाया है। सोशल मीडिया पर युवक का वीडियो वायरल होने के बाद जिलाधिकारी मामले की जांच कर कार्रवाई की बात कह रहे हैं।

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ढूंगी गांव निवासी महेंद्र सिंह के अनुसार वह बकरी और मुर्गी पालन से जुड़े हैं। वर्तमान में उनके पास करीब 80 बकरियां और हजार से अधिक मुíगयां हैं। बताया कि बीती 20 जून को वह राजस्थान के अजमेर बकरी लेने गए थे। 22 जून को वापस लौटने पर ग्राम प्रधान ने उसे बकरी फार्म के समीप स्थित कांडी गांव के प्राथमिक विद्यालय में क्वारंटाइन कर दिया। लेकिन, एक दिन बाद मामले की सूचना मिलने पर कांडी गांव के लोगों ने उन्हें वहां से भगा दिया। लोगों का कहना था कि वो अपनी ग्राम पंचायत में जाकर क्वारंटाइन हो जाए। महेंद्र ने बताया कि, जब उन्होंने स्थानीय विधायक सहित पौड़ी एसडीएम और कोट के खंड विकास अधिकारी से क्वारंटाइन के लिए स्थान उपलब्ध कराने की गुहार लगाई तो किसी ने मामले का संज्ञान नहीं लिया। इसके बाद वह 22 जून से गांव से दूर जंगल में अकेले रह रहे हैं। बताया कि उन्होंने जंगल में बकरियों के लिए एक फार्म बनाया था। फार्म में केवल एक हॉल है, जिसमें 55 बकरियां हैं। बकरियों के बीच में रहना मुमकिन नहीं है। ऐसे में उन्होंने फार्म के बाहर पेड़ के नीचे बिस्तर लगा लिया। वह खाना भी खुद ही बना रहे हैं।

वीडियो वायरल हुआ तो हरकत में आया तंत्र: सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन हरकत में आ गया है। स्थानीय विधायक मुकेश कोली का कहना है कि पूरे प्रकरण पर जानकारी लेने के लिए एसडीएम पौड़ी को निर्देशित किया गया है। मौके पर राजस्व विभाग के कर्मचारियों को भेजा गया है। इधर, डीएम डीएस गब्र्याल का कहना है कि युवक का गांव में अपना मकान है। वह स्वेच्छा से ही जंगल में रह रहा है। मामले की सत्यता की जांच कराई जा रही है और जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वहीं जब हमने ढूंगी ग्राम प्रधान से संपर्क करने की कोशिश की तो उनसे संपर्क नहीं हो पाया। इसके अलावा जिले के सीएमओ मनोज बहुखंडी ने भी बार-बार फोन करने के बावजूद कॉल रिसीव नहीं की।

बीडीओ पर लगाया अभद्रता का आरोप

महेंद्र का कहना है कि जब उन्होंने कोट के खंड विकास अधिकारी अमर सिंह को फोनकर अपनी समस्या बताई तो उन्होंने समस्या का समाधान करने के बजाय उन्हें गाली देकर फोन काट दिया। हालांकि बीडीओ अमर सिंह ने महेंद्र के इस आरोप का खंडन किया है।

क्वारंटाइन केंद्रों में हो रही मौत, नींद में प्रशासन: पौड़ी जिले में अब तक क्वारंटाइन केंद्रों में सबसे अधिक मौत हुई हैं। बावजूद इसके प्रशासन नींद से जागने को तैयार नहीं है। महेंद्र सिंह का मामला भी इसकी एक बानगी है। यहां सवाल है कि जब क्वारंटाइन प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारी है तो वह आखिर जिम्मेदारी से क्यों भाग रहे हैं।


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