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क्वारंटाइन केंद्र के मुख्य द्वार पर धरने की दी चेतावनी

कोठार गांव के ग्रामीण गांव में क्वारंटाइन में रह रहे प्रवासियों के कारण दहशत में हैं। ग्रामीणों का कहना है कि प्रवासियों के लिए बनाए गए क्वारंटाइन केंद्र की नाली का पानी उनके प्राकृतिक स्त्रोत में गिर रहा है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 27 May 2020 10:21 PM (IST)Updated: Thu, 28 May 2020 06:08 AM (IST)
क्वारंटाइन केंद्र के मुख्य द्वार पर धरने की दी चेतावनी
क्वारंटाइन केंद्र के मुख्य द्वार पर धरने की दी चेतावनी

संवाद सहयोगी, पौड़ी : कोठार गांव के ग्रामीण गांव में क्वारंटाइन में रह रहे प्रवासियों के कारण दहशत में हैं। ग्रामीणों का कहना है कि प्रवासियों के लिए बनाए गए क्वारंटाइन केंद्र की नाली का पानी उनके प्राकृतिक स्त्रोत में गिर रहा है। ग्रामीणों ने प्रशासन से पानी की व्यवस्था किए जाने की मांग की है। ऐसा न किए जाने पर ग्रामीणों ने क्वारंटाइन केंद्र के मुख्यद्वार पर धरना देने की चेतावनी दी है।

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महाराष्ट्र क्षेत्र से आने वाले प्रवासियों के लिए प्रशासन की ओर से कोठार गांव के समीप नव निर्मित केंद्रीय विद्यालय भवन में क्वारंटाइन केंद्र बनाया गया है। यहां करीब 80 प्रवासियों को क्वारंटाइन किया गया है। सामाजिक कार्यकर्ता भाष्कर बहुगुणा ने बताया कि क्वारंटाइन केंद्र के नाले का पानी उनके गांव के प्राकृतिक स्त्रोत में गिर रहा है। जबकि इसी प्राकृतिक स्त्रोत से पूरे गांव के लोग को पेयजल उपलब्ध होता है। कहा कि क्वारंटाइन केंद्र के नाले का पानी प्राकृतिक स्त्रोत में गिरने से ग्रामीण दहशत में है। ग्रामीण प्राकृतिक स्त्रोत के पानी का प्रयोग करने से डर रहे हैं। ग्रामीणों ने जल्द पेयजल व्यवस्था न किए जाने पर विद्यालय भवन के सामने धरना देने की चेतावनी दी है। वहीं जल संस्थान के अधिशासी अभियंता एसके गुप्ता ने बताया कि मामले की जानकारी ली जाएगी। इस संबंध में प्रशासन को सूचित किया जाएगा।


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