वनरक्षक की मौत से कर्मियों में उबाल
जागरण संवाददाता, कोटद्वार: रविवार को कार्बेट टाइगर रिजर्व की पलेन रेंज के अंतर्गत चौबेली बीट में बाघ
जागरण संवाददाता, कोटद्वार: रविवार को कार्बेट टाइगर रिजर्व की पलेन रेंज के अंतर्गत चौबेली बीट में बाघ के एक वन आरक्षी को निवाला बनाए जाने की घटना के बाद से ही कार्बेट टाइगर रिजर्व के कर्मियों में भारी रोष है। एकस्वर में आदमखोर बाघ को पकड़कर चिड़ियाघर भेजने की मांग उठाई है। उधर, दैनिक श्रमिक आउटसोर्स कर्मचारी संघ ने भी इस घटना पर गहरा दुख जताते हुए वनकर्मियों को पर्याप्त सुरक्षा मुहैया करने की मांग की है।
उत्तराखंड वन आरक्षी/वन बीट अधिकारी संघ की आकस्मिक बैठक में बाघ का शिकार बने वनरक्षक राजेश सिंह नेगी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनकी आत्मा की शांति को भगवान से प्रार्थना की गई। साथ ही पूरे घटनाक्रम के दौरान विभागीय उच्चाधिकारियों के न पहुंचने पर गहरी नाराजगी व्यक्त की गई। बैठक में कहा गया कि क्षेत्र में लगातार बाघ वनकर्मियों पर हमला कर उन्हें मौत के घाट उतार रहा है, लेकिन विभागीय अधिकारियों के कानों में जूं तक नहीं रेंग रही। एकस्वर में वनकर्मियों पर हमला करने वाले आदमखोर बाघ को पकड़कर उसे चिड़ियाघर भेजने की मांग की गई। ऐसा न होने की स्थिति में उग्र आंदोलन की चेतावनी दी गई। साथ ही बाघ का निवाला बनने वाले वनरक्षक राजेश नेगी को शहीद का दर्जा देते हुए राज्यस्तरीय आर्थिक सहायता देने व मृतक आश्रित को सरकारी नौकरी देने की मांग की गई। बैठक में अध्यक्ष धर्मपाल सिंह नेगी, राकेश रत्नाकर, दर्शन सिंह अधिकारी, मोहित सिंह राठौर, बृजमोहन रावत, वीरेंद्र प्रसाद, इंद्र लाल सहित कई अन्य मौजूद रहे।
उधर, दैनिक श्रमिक आउटसोर्स कर्मचारी संघ ने कार्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक को ज्ञापन सौंप वन कर्मियों की सुरक्षा के लिए पुख्ता प्रबंध करने की मांग की गई। संघ के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रप्रकाश की ओर से दिए गए ज्ञापन में दैनिक श्रमिकों का मानदेय बढ़ाने, कार्य के दौरान मौत होने पर आश्रितों को पंद्रह लाख का मुआवजा व परिवार के एक सदस्य को सरकारी सेवा में लेने, दैनिक श्रमिकों को मासिक राशन देने की मांग शामिल है।