एसएसपी के निर्देश को पुलिस दिखा रही ठेंगा
संवाद सहयोगी, कोटद्वार: शहर में पुलिस का सत्यापन अभियान पूरी तरह ठिठक चुका है। हाल ह
संवाद सहयोगी, कोटद्वार: शहर में पुलिस का सत्यापन अभियान पूरी तरह ठिठक चुका है। हाल ही में क्षेत्र में हुई कई लूट व चोरी की घटनाओं के बावजूद पुलिस सत्यापन को लेकर गंभीर नहीं दिख रही है।
कोटद्वार में पिछले कुछ समय से आपराधिक घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। बाहरी राज्यों के लोग नगर व ग्रामीण क्षेत्रों में अपना ठिकाना बनाकर वारदात को अंजाम देकर फरार हो जाते हैं। बढ़ती वारदातों को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जगतराम जोशी ने कोटद्वार पुलिस को सत्यापन अभियान चलाने के निर्देश दिए थे, इसके बावजूद पुलिस सत्यापन अभियान नहीं चला रही है। कुछ माह पूर्व पुलिस को ग्रास्टनगंज के समीप जंगल से एक व्यक्ति शव मिला था। जांच में सामने आया था कि व्यक्ति के हत्यारोपी लकड़ीपड़ाव में बिना सत्यापन किए किराये के कमरे में रह रहे थे। घटना को अंजाम देने के बाद वह फरार चल रहे थे। बाद में पुलिस ने उन्हें उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया था। मजदूर व ठेकेदारों का नहीं हो रहा सत्यापन
शहर में बाहरी राज्यों से मजदूरी व ठेकेदारी करने के लिए आने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है, लेकिन पुलिस के पास इन लोगों के बारे में कोई जानकारी नहीं है। ऐसे में मजदूर व ठेकेदार की आड़ में कोई भी व्यक्ति बड़ी वारदात को अंजाम दे सकता है। इन घटनाओं का नहीं हुआ खुलासा
बीती 23 अप्रैल को भाबर क्षेत्र के नंदपुर गांव में बाइक सवार दो बदमाशों ने हार्डवेयर का काम करने वाले एक स्थानीय व्यापारी से 40 हजार रुपये से भरा बैग लूट लिया था। बदमाशों ने हेलमेट पहनकर वारदात को अंजाम दिया था, घटना को हुए चार माह बीत चुके हैं, लेकिन अब तक पुलिस के हाथ कोई सबूत नहीं लगा। वहीं, इसी दिन बदमाशों ने नजीबाबाद रोड में एक घर का ताला तोड़कर नगदी व सामान पर हाथ साफ कर दिया था।
एएसपी हरीश वर्मा ने बताया कि शहर में रहने वाले लोगों से किराये पर कमरा देने से पहले सत्यापन करवाने को कहा है। कुछ समय पहले पुलिस ने घर-घर जाकर सत्यापन भी करवाए थे, जल्द ही अभियान को तेज किया जाएगा।