फेसबुक अकाउंट हैक कर जालसाज कर रहे ठगी
पूर्व में साइबर अपराधी बैंक मैनेजर बन कर लोगों से उनके एटीएम व ओपीटी का नंबर पूछकर उनके खाते से रकम उड़ाते थे लेकिन अब साइबर अपराधियों ने अपना तरीका ही बदल दिया है। साइबर अपराधी लोगों को फोन करने के बजाय फेसबुक अकाउंड हैक कर या फिर कोरोना संक्रमण के दौर में जरूरतमंदों की मदद के लिए बनाई गई विभिन्न सामाजिक व सरकारी संस्थाओं के नाम पर डोनेशन देने के नाम पर फर्जीवाड़ा कर रहे हैं। कई लोग इन साइबर अपराधियों की बातों में आकर अपने हजारों रुपए गंवा चुके हैं।
संवाद सहयोगी, कोटद्वार: यदि आपका कोई दोस्त फोन करने के बजाय फेसबुक मैसेज के जरिये रुपये मांगता है, तो सावधान हो जाइये, यह जालसाजों का साइबर ठगी करने नया तरीका है। कोटद्वार व आसपास के क्षेत्रों में आए दिन फेसबुक अकाउंट हैक करने के मामले सामने आ रहे हैं। हैरानी की बात ये है पुलिस भी इन अपराधियों के सामने घुटने टेकते नजर आ रही है।
पूर्व में साइबर अपराधी बैंक मैनेजर बनकर लोगों से उनके एटीएम व ओटीपी का नंबर पूछकर उनके खाते से रकम उड़ाते थे, लेकिन अब साइबर अपराधियों ने अपना तरीका ही बदल दिया है। साइबर अपराधी लोगों को फोन करने के बजाय फेसबुक अकाउंट हैक कर या फिर कोरोना संक्रमण के दौर में जरूरतमंदों की मदद के लिए बनाई गई विभिन्न सामाजिक व सरकारी संस्थाओं के नाम पर डोनेशन देने के नाम पर फर्जीवाड़ा कर रहे हैं। कई लोग इन साइबर अपराधियों की बातों में आकर अपने हजारों रुपए गंवा चुके हैं। एक माह में 36 शिकायतें
पिछले एक माह में 36 से अधिक लोग कोतवाली में पहुंचकर अपने साथ ही ठगी की शिकायत कर चुके हैं। कई लोगों से प्रधानमंत्री की ओर से आर्थिक मदद देने के नाम पर उनके एटीएम व ओटीपी नंबर पूछकर ठगी की गई। स्थिति यह है कि शिकायत मिलने के बाद पुलिस पीड़ित से भविष्य में सावधान रहने की बात कहकर अपना पल्ला झाड देती है।
कोतवाल मनोज रतूड़ी ने बताया कि पिछले कुछ माह से अपराध के मामले बढ़े हैं। अधिकांश लोगों से आर्थिक मदद देने व फेसबुक आइडी हैक कर पैसे वसूले गए हैं। साइबर अपराध से बचने के लिए लोगों का जागरूक होना आवश्यक है।