1500 पौधों का रोपण करेगा छावनी परिषद
संवाद सहयोगी, लैंसडौन : पर्यटन नगरी को हरा-भरा बनाए रखने के लिए छावनी परिषद ने नगर में विभिन्न प्रजातियों के पंद्रह सौ पौधे के रोपण का निर्णय लिया है।
समूचे नगर में चलने वाले इस पौधरोपण अभियान के लिए आठ सौ पौध यहां पहुंच गई है। पर्यटन नगरी की दिलकश फिजाएं यहां आने वाले पर्यटकों का मन हर लेती हैं। कैंट क्षेत्र होने के कारण नगर में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जाता है। इससे पूर्व पर्यावरण के क्षेत्र में अनुकरणीय कार्य करने के लिए गढ़वाल राइफल्स रेजीमेंट केंद्र को वर्ष 2006 में इंदिरा गांधी पर्यावरण पुरस्कार से नवाजा जा चुका है। यही नहीं नगर को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए पर्यटन नगरी को छावनी परिषद की ओर से नो पॉलीथिन जोन भी घोषित किया जा चुका है। पर्यटन नगरी के प्राकृतिक सुंदरता को बनाएं रखने के लिए छावनी परिषद ने नगर में 15 सौ पौधों के रोपण का निर्णय लिया है। छावनी परिषद के मुताबिक इन पौधों को कैंट कार्यालय परिसर, भूल्ला लेख, कैंट स्कूल परिसर समेत समूचे नगर क्षेत्र के इलाकों में रोपा जाएगा। छावनी परिषद की माने तो पौधरोपण के साथ ही लोगों में इनके प्रति जागरुकता लाने के लिए कार्यक्रमों का आयोजन भी प्रस्तावित है। साथ ही सड़क किनारे रोपे जाने वाले पौधों की सुरक्षा के लिए ट्री गार्ड लगाए जाने की योजना छावनी परिषद ने प्रस्तावित रखी है।
हम नगर को हरा-भरा बनाएं रखने के लिए वृहद स्तर पर पौधों का रोपण कर रहे हैं। इनकी सुरक्षा के लिए ट्री गार्ड लाने के साथ ही लोगों में इनके संरक्षण के लिए जागरुकता लाना भी हमारा प्रयास है।
महेश चंद सैनी, मुख्य अधिशासी अधिकारी, छावनी परिषद लैंसडौन