गांव से लेकर शहर तक हाथियों का उत्पात
संवाद सहयोगी कोटद्वार गांव से लेकर शहर तक बीती रात हाथियों के अलग-अलग झुंडों ने जमक
संवाद सहयोगी, कोटद्वार
गांव से लेकर शहर तक बीती रात हाथियों के अलग-अलग झुंडों ने जमकर उत्पात मचाया। घाड़ क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम धूराताल में जहां हाथियों ने फसल रौंदने के साथ ही हाथियों को भगाने के लिए लगाए लाउडस्पीकर तोड़ डाले, वहीं कोटद्वार नगर निगम के अंतर्गत रतनपुर-कुंभीचौड़ में हाथियों ने कई काश्तकारों की फसल रौंद दी।
घाड़ क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम धूराताल के ग्रामीणों ने कई मर्तबा वन महकमे से हाथियों को खेतों से दूर रखने के लिए सुरक्षा दीवार बनाने की मांग की। लेकिन, कोई फायदा नहीं हुआ। नतीजा, ग्रामीणों ने स्वयं के खर्चे से खेतों के किनारे खंभे लगाकर उनमें लाउडस्पीकर लगा दिए। हाथियों के खेतों में घुसने पर ग्रामीण इन लाउडस्पीकरों को बजा देते, जिससे हाथी खेतों से भाग जाते। कुछ दिन तो लाउडस्पीकरों ने सही काम किया, लेकिन बीती रात हाथियों ने लाउडस्पीकरों के खंभे भी उखाड़ दिए। साथ ही खेतों में खड़ी फसल भी रौंद डाली।
इधर, बीती रात हाथियों ने रतनपुर, कुंभीचौड़ क्षेत्र में जमकर उत्पात मचाया। रात करीब ग्यारह बजे हाथियों के झुंड खेतों में घुस गए व पूरी रात फसल को तबाह करते रहे। काश्तकारों की ओर से कई बार सूचना दिए जाने के बाद भी वन महकमे ने मौके पर पहुंच हाथियों को खेतों से बाहर करने की जहमत नहीं उठाई। काश्तकार प्रवीण बिष्ट, रमेश बिष्ट सहित अन्य ने बताया कि हाथियों ने खेतों में खड़ी फसल को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया। ग्रामीणों ने दी आंदोलन की चेतावनी
ग्रामसभा धूराताल की ग्राम सेवा समिति के अध्यक्ष रमेश भंडारी ने बताया कि हाथियों द्वारा की गई तबाही के मद्देनजर सोमवार को समिति की बैठक आयोजित की गई। बताया कि बैठक में वन विभाग की ओर से दिए जा रहे खोखले आश्वासनों पर कड़ा रोष व्यक्त किया गया। तय किया गया कि हाथी सुरक्षा दीवार निर्माण की मांग को लेकर विभागीय अधिकारियों का घेराव किया जाएगा। बैठक में मंगल सिंह, ताजबर सिंह, सुरेंद्र सिंह, राजेंद्र सिंह, गबर सिंह, सुधीर सिंह, आनंदी देवी, सर्वेश्वर सिंह आदि मौजूद रहे।