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नाला मांग रहा सफाई, सिस्टम मोड़ रहा मुंह

जागरण संवाददाता, कोटद्वार कोटद्वार क्षेत्र में पनियाली गदेरा बड़ी परेशानी का सबब बना हुआ

By JagranEdited By: Published: Sun, 18 Nov 2018 10:58 PM (IST)Updated: Sun, 18 Nov 2018 10:58 PM (IST)
नाला मांग रहा सफाई, सिस्टम मोड़ रहा मुंह
नाला मांग रहा सफाई, सिस्टम मोड़ रहा मुंह

जागरण संवाददाता, कोटद्वार

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कोटद्वार क्षेत्र में पनियाली गदेरा बड़ी परेशानी का सबब बना हुआ है। अतिक्रमण से पटे इस बरसाती नाले के कारण पिछले दो वर्षों से क्षेत्र में तबाही मच रही है। हैरानी की बात तो यह है कि गंदगी से पटे इस नाले की सफाई करने के बजाए सरकारी सिस्टम पूरे नाले को ही सुखरो नदी की ओर डाइवर्ट करने की योजना बना रहा है। स्पष्ट है कि मामूली धनराशि व्यय कर जिस खतरे को समाप्त किया जा सकता है, सरकारी सिस्टम करोड़ों की धनराशि फूंक खतरा बढ़ाने की में है।

यूं तो पनियाली गदेरा पिछले लंबे समय से क्षेत्र में दहशत की वजह बना हुआ है, लेकिन पिछले दो वर्षों में जिस तरह गदेरे ने क्षेत्र में तबाही मचाई है, उससे बरसात आते ही आमजन की रूख सिहर उठती है। बताते चलें कि गत वर्ष तीन-चार अगस्त की रात व पांच अगस्त की सुबह गदेरे ने विकराल रुप लिया व कई परिवारों को बेघर कर दिया। पांच ¨जदगियां भी इस गदेरे की भेंट चढ़ी। इस वर्ष भी अगस्त माह में ही गदेरे का रौद्र रूप दिखा, हालांकि गत वर्ष मिले सबक से जनता चेती हुई थी, जिस कारण जनहानि नहीं हुई। ताजुब्ब यह रहा कि जिस गदेरे ने कहर बरपाया, उस पर सफाई करने के बजाए सरकारी सिस्टम ने सुखरो, खोह नदियों सहित अन्य बरसाती नदियों से उपखनिज का उठान किया।

हैरत इस बात की है कि अब भी सरकारी सिस्टम पनियाली गदेरे की सफाई के लिए योजना बनाने के बजाए गदेरे को सुखरो नदी की ओर डाइवर्ट करने की योजना बना रहा है। वन क्षेत्र से भीतर ही पनियाली गदेरे व सुखरो नदी के मध्य नहर खोद कर गदेरे को नदी में डाईवर्ट किया जाना है। सोचनीय विषय यह है कि जब बस्तियों से मध्य से होकर गुजर रहे गदेरे की सफाई सरकारी महकमे नहीं कर रहे हैं तो जंगल के भीतर बनने वाली नहर की सफाई कैसे होगी। बताना यह भी जरूरी है कि पनियाली गदेरा अपने तेज बहाव के साथ मिट्टी भी बहाकर लाता है और जिस दिन डाइवर्ट करने वाली नहर मिट्टी से भर गई, उस दिन क्षेत्र की तस्वीर क्या होगी?

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'पनियाली गदेरे का ट्रीटमेंट बेहद जरूरी है। नाले को डाईवर्ट किया जाना बेहतर विकल्प नहीं हो सकता। भविष्य के लिए खतरा साबित होगा। ..सविता गुसाई, नजीबाबाद रोड' 'पनियाली गदेरे को डाईवर्ट करने की योजना स्थायी समाधान नहीं हो सकता। सरकारी सिस्टम को गदेरे में जमा पूरी गंदगी साफ करवा कर गदेरे की गहराई बढ़ानी चाहिए। ..जगमोहन भारद्वाज, बालासौड़' 'पनियाली गदेरा लगातार खतरनाक हो रहा है। जरूरी है कि गदेरे की सफाई करवा कर गदेरे का और अधिक गहरा किया जाए। ..अजयपाल रावत, नजीबाबाद रोड' 'पनियाली गदेरा अपने दोनों तटों पर स्थित इलाकों के लिए ही नहीं, बल्कि बड़े क्षेत्र के लिए नुकसानदायक है। गदेरे का सही तरीके से ट्रीटमेंट हेना जरूरी है। ..जीतेंद्र चौहान, शिब्बूनगर' संदेश : 13 कोटपी 3

बीते वर्ष अगस्त माह में पनियाली गदेरे से हुई तबाही की गवाही देती तस्वीर 13 कोटपी 4

सविता गुसाई 13 कोटपी 5

जगमोहन भारद्वाज 13 कोटपी 6

अजयपाल रावत 13 कोटपी 7

जीतेंद्र चौहान


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