एक मंच पर आए जन तो जाग उठा तंत्र
जागरण संवाददाता, पौड़ी: मंडल मुख्यालय पौड़ी में अब साहसिक खेल अधिकारी का कार्यालय यथावत रहेगा। महज सा
जागरण संवाददाता, पौड़ी: मंडल मुख्यालय पौड़ी में अब साहसिक खेल अधिकारी का कार्यालय यथावत रहेगा। महज साहसिक खेल अधिकारी अपने कार्यों के साथ ही ऋषिकेश में माह में एक या इससे अधिक दिन रीवर रॉ¨फ्टग से जुड़े कार्यों का अतिरिक्त प्रभार देखेंगे। इसके लिए भी उन्हें जिलाधिकारी गढ़वाल से अनुमति लेनी होगी। इस संबंध में पर्यटन निदेशालय की ओर से संशोधित आदेश जिला पर्यटन विकास अधिकारी को प्राप्त हो गए हैं। इसके साथ ही पिछले कुछ दिनों से मुख्यालय से साहसिक खेल अधिकारी कार्यालय को ऋषिकेश स्थानांतरित करने के मामले का पटाक्षेप भी हो गया है।
दैनिक जागरण ने अपने 10 दिसंबर के अंक में साहसिक खेल अधिकारी का कार्यालय पौड़ी से ऋषिकेश शिफ्ट किए जाने के शासन के निर्णय को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। अगले ही दिन शहरवासी सरकार के इस निर्णय के खिलाफ लामबंद होने लगे। विरोध स्वरूप व्यापार सभा, पौड़ी बचाओ संघर्ष समिति, कांग्रेस कमेटी, नागरिक कल्याण मंच सहित विभिन्न संगठनों से जुड़े लोग विकास भवन पहुंचे और प्रभारी जिलाधिकारी को वस्तुस्थिति से अवगत कराया। कहा कि पर्यटन नगरी पौड़ी से साहसिक खेल अधिकारी का कार्यालय दूसरी जगह शिफ्ट करना मंडल मुख्यालय के साथ अन्याय है। इस पर उन्होंने खासी नाराजगी भी जाहिर की तथा प्रभारी जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर साहसिक खेल अधिकारी का कार्यालय पौड़ी यथावत रखने की मांग की। सभी संगठनों से जुड़े लोगों का एक मंच पर नजर आने से साफ हो गया था कि सरकार का यह निर्णय शहर में जन आंदोलन का रूप ले सकता है। संगठनों की ओर से भेजे गए ज्ञापन में साफ कर दिया कि यदि सरकार ने अपने निर्णय को नहीं बदला तो इसके खिलाफ व्यापक जन आंदोलन शुरू कर दिया जाएगा। अब निदेशालय की ओर जो आदेश प्राप्त हुआ है, उसमें साहसिक खेल अधिकारी का कार्यालय पौड़ी में रहने का संशोधित आदेश जारी कर दिया है। साहसिक खेल अधिकारी केएस नेगी ने बताया कि अब कार्यालय पौड़ी में ही रहेगा। इस मामले में निर्देश प्राप्त हो गए हैं। फिलवक्त निदेशालय की ओर से संशोधित आदेश मिलने के साथ साहसिक खेल अधिकारी कार्यालय के शिफ्ट होने से जुड़े मसले का पटाक्षेप हो गया है।