पर्यावरण संरक्षण संवर्द्धन में एनएसएस स्वयंसेवियों की भूमिका महत्वपूर्ण
श्रीनगर गढ़वाल: राष्ट्रीय सेवा योजना के 49 वें स्थापना दिवस पर गढ़वाल विवि के बिड़ला परिसर सी
श्रीनगर गढ़वाल: राष्ट्रीय सेवा योजना के 49 वें स्थापना दिवस पर गढ़वाल विवि के बिड़ला परिसर सीनेट सभागार में कार्यक्रम आयोजित किया गया। बिड़ला परिसर एनएसएस इकाई के इस कार्यक्रम की शुरुआत स्वयंसेवियों ने एनएसएस गीत स्वयं सजें वसंधुरा संवार से की गयी।
बिड़ला परिसर सीनेट सभागार में एनएसएस के स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि और पर्यावरणविद् जगत ¨सह चौधरी जंगली ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण संवर्द्धन में एनएसएस स्वयंसेवियों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। धरती को संवारने के लिए हमें एकजुटता के साथ प्रयास करने होंगे। उन्होंने कहा कि आवश्यकताएं कम करने के साथ-साथ हमें स्वरोजगार और अपने प्राकृतिक स्त्रोतों की ओर भी लौटना होगा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए गढ़वाल विवि के अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. पीएस राणा ने राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रमों की सराहना करते हुए कहा कि स्वयंसेवियों द्वारा किए जाने वाले कार्य अन्य को भी प्रेरणा देते हैं। एनएसएस के कोआर्डिनेटर प्रो. ओके बेलवाल ने कहा कि एनएसएस कुछ लेता नहीं बल्कि समाज सेवा के माध्यम से व्यक्तित्व एवं प्रतिभा का विकास करता है। वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी डा. विनीत कुमार मौर्य ने कार्यक्रम उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर स्वयंसेवी भूपेंद्र कुंवर द्वारा गढ़वाली गीत और पूजा, मनीषा, रॉबिन, सुमित, रचना, विजय, शिवानी, गौरव द्वारा समूह गढ़वाली नृत्य प्रस्तुत किया गया। स्वयंसेवी आस्था, भावना, शिवम उनियाल द्वारा कार्यक्रम का संचालन किया गया। डा. मनीषा निगम, डा. ममता आर्य, डा. सुरेंद्र मीना, डा. जीके जोशी, गढ़वाल विवि छात्रसंघ महासचिव रामप्रकाश, निवर्तमान महासचिव देवकांत देवराड़ी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।