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अब बदला-बदला नजर आएगा कंडोलिया पार्क

गुरुवेंद्र नेगी पौड़ी सब कुछ ठीक रहा तो आने वाले दिनों में पर्यटन स्थल कंडोलिया की तस्वीर

By JagranEdited By: Published: Fri, 28 Feb 2020 03:00 AM (IST)Updated: Fri, 28 Feb 2020 06:10 AM (IST)
अब बदला-बदला नजर आएगा कंडोलिया पार्क
अब बदला-बदला नजर आएगा कंडोलिया पार्क

गुरुवेंद्र नेगी, पौड़ी:

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सब कुछ ठीक रहा तो आने वाले दिनों में पर्यटन स्थल कंडोलिया की तस्वीर बदली-बदली सी नजर आएगी। पार्क सुविधाओं से लैस होगा तो खुशनुमा मौसम के बीच स्थानीय लोग ही नहीं पर्यटक भी यहां के हरे-भरे जंगलों का लुत्फ उठाते नजर आएंगे। इस दिशा में प्रशासन ने पूरे पार्क का डिजाइन तैयार करने के साथ ही सौंदर्यीकरण का कार्य शुरू करवा दिया है। शहर में पर्यटन स्थल कंडोलिया एक रमणीक स्थल है। जहां पर्यटन की काफी संभावनाएं हैं। लेकिन, अपवाद को छोड़ दिया जाए तो पार्क के सौंदर्यीकरण के लिए कभी भी ठीक ढंग से होमवर्क न होने के कारण यह स्थल पर्यटकों की आंखों से ओझल सा ही बना रहा। पर्यटक आए भी तो यहां कुछ खास न देखकर वापस लौट चले। इसका हश्र यह हुआ कि प्रकृति का यह नूर ठीक ढंग से स्थानीय लोगों के लिए स्वरोजगार का आयाम स्थापित करने में कुछ खास नहीं बन पाया।

अब जिलाधिकारी धीराज सिंह गब्र्याल ने पार्क के सौंदर्यीकरण की योजना बनाई तो उम्मीदों को भी पंख लगे। जिला योजना की धनराशि से पार्क का सौंदर्यीकरण का कार्य शुरु करवा दिया गया है। पार्क के अंदर बैठने के लिए छोटे-छोटे हट होंगे तो इनका निर्माण भी पहाड़ी शैली और लकड़ियों से होगा। इतना ही नहीं यहां एक रेस्टोरेंट व पाíकंग की सुविधा भी होगी। पार्क के संपर्क मार्गों पर नक्काशी से बने पत्थरों बिछाए जाएंगे। कंडोलिया से सटे टेका मार्ग पर सायं को लोग हर रोज काफी संख्या में सैर सपाटे पर निकलते हैं। हर तरफ हरे-भरे जंगल और ठंडी हवा सभी की पसंद आती है। यहां की खासियत यह भी है कि यहां से सायं को सूर्यास्त का दृश्य सभी के लिए काफी आकर्षण का केंद्र बिदु बना रहता है। मौसम साफ रहा तो यह दृश्य देखने यहां काफी लोग पहुंचते हैं। कंडोलिया से चौखंबा पर्वत के अलावा हिमालय की सबसे लंबी पर्वत श्रृखंला भी दिखती है। धाíमक महत्व भी है कंडोलिया का

कंडोलिया क्षेत्र का धाíमक महत्व भी है। यहां बाबा कंडोलिया का मंदिर भी है जहां वर्ष भर पूजा-अर्चना की जा सकती है। चारों ओर जंगलों से घिरा यह मंदिर अपनी धाíमक पहचान के लिए काफी विख्यात भी है। श्रद्धालुओं द्वारा यहां हर साल एक मंच पर आकर व्यापक स्तर पर पूजा-अर्चना और विशाल भंडारे का आयोजन किया जाता है। जिसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। इसके अलावा भी यहीं से कुछ ही दूरी पर स्थित क्यूंकालेश्वर मंदिर को भी पहुंचा जा सकता है। कंडोलिया पार्क के सौंदर्यीकरण और इसे विकसित करने की योजना के तहत कार्य शुरू करवा दिया गया है। पर्यटन मानचित्र पर यह स्थल सबकी पंसद बने तथा पार्क के माध्यम से स्थानीय युवाओं को स्वरोजगार मिले। इस दिशा में भी योजना तैयार की गई है। इससे पर्यटक भी यहां दीदार करने पहुंचेंगे। जल्द ही निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा।

धीराज सिंह गब्र्याल, जिलाधिकारी पौड़ी गढ़वाल


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