श्रीनगर की शोभा बढ़ाएगा मिश्रित वन
शहर की जनता को अब शीघ्र ही औषधीय पौधों से युक्त मिश्रित पेड़ों के जंगल का भी आनंद मिलने वाला है।
जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल:
शहर की जनता को अब शीघ्र ही औषधीय पौधों से युक्त मिश्रित पेड़ों के जंगल का भी आनंद मिलने वाला है। इसके लिए बिड़ला परिसर के पीछे की ओर बुघाणी रोड पर इस कार्ययोजना को अमलीजामा पहनाया जा रहा है। कुलपति प्रो. अन्नपूर्णा नौटियाल की पहल पर यह गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय की जनता को एक अनुपम उपहार भी होगा। जिसमें लगभग 50 नाली जमीन पर औषधीय पौधों के साथ ही अन्य पेड़ों से हराभरा जंगल लहलहाएगा। गढ़वाल केंद्रीय विवि के उच्च शिखरीय शोध पादप केंद्र हैप्रिक संस्थान के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. विजयकांत पुरोहित की देखरेख में बुधवार से इस योजना को अमलीजामा पहनाना शुरू भी हो गया।
संस्थान के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. विजयकांत पुरोहित ने करीब 50 नाली इस जमीन पर उगी बड़ी-बड़ी झाड़ियों के कटान के बाद अब बुधवार से उस पर विभिन्न प्रजाति के पेड़ों की पौध लगाने का अभियान शुरू कर दिया है। रोपित पौधों की सुरक्षा के लिए कांटों की झाड़ से घेरबाड़ भी की जा रही है। हैप्रिक संस्थान के सभी कर्मचारी अधिकारी और फैकल्टियां इस अभिनव योजना को परवान चढ़ाने में जुटी हैं। विश्वविद्यालय के शोधार्थियों के साथ ही पर्यटकों, तीर्थयात्रियों और सुबह शाम की सैर करने वालों के लिए भी शहर में यह एक विशेष आकर्षण का स्थल भी बनने जा रहा है।
बुघाणी रोड पर घने मिश्रित वन में आम, जामुन, आंवला, तेजपत्ता के साथ ही गिलोय, ऐलोबेरा, अश्वगंधा, लैमनग्रास, हरड़ा, बहेड़ा आदि औषधीय पौध भी होंगी।