तनाव और नकारात्मक सोच से दूरी जरूरी
जागरण संवाददाता श्रीनगर गढ़वाल राजकीय मेडिकल कॉलेज श्रीनगर मेडिकल एजुकेशन यूनिट के
जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल:
राजकीय मेडिकल कॉलेज श्रीनगर मेडिकल एजुकेशन यूनिट के तत्वावधान में रोगियों के इलाज को लेकर सकारात्मक सोच और तनाव प्रबंधन की भूमिका को लेकर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में प्रसिद्ध मोटिवेशनल स्प्रीचुअल स्पीकर कोलकाता के डॉ. अमित विश्वास ने तनाव और नकारात्मक सोच को मानव जीवन के स्वास्थ्य के लिए बड़ा शत्रु भी बताया। उन्होंने कहा कि नकारात्मक सोच से दूर रहते हुए चिकित्सक रोगी का बेहतर और प्रभावी इलाज भी कर सकने में सक्षम होते हैं।
राजकीय मेडिकल कॉलेज श्रीनगर के प्राचार्य प्रोफेसर डॉ. चंद्रमोहन सिंह रावत की पहल का स्वागत करते हुए डॉ. अमित विश्वास ने कहा कि चिकित्सक के लिए नकारात्मक सोच से दूर रहने के साथ ही सकारात्मक सोच का होना भी बहुत जरूरी होता है। इससे चिकित्सक स्वयं में भी एक ऊर्जा का अहसास करते हुए रोगी का प्रभावी इलाज करने में सक्षम होते हैं। ध्यान और योग के विभिन्न पक्षों के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि ध्यान से शरीर में चैतंयता आती है। रोग के इलाज की विभिन्न विधाओं के मध्य सकारात्मक सोच और तनाव से मुक्ति भी प्रभावी होती है। इसकी उपेक्षा नहीं की जानी चाहिए। मेडिकल कालेज के प्राचार्य प्रोफेसर डा. चंद्रमोहन सिंह रावत ने कहा कि वर्तमान समय में विभिन्न प्रकार के तनावों से दूर रहने के साथ ही डॉक्टर के लिए सकारात्मक सोच के साथ कार्य करना भी जरूरी है। इस मौके पर प्रोफेसर अमित कुमार सिंह, प्रोफेसर विमल गुसांई, प्रोफेसर केके अग्रवाल, प्रोफेसर दीपा हटवाल, प्रोफेसर शीला चौधरी समेत कॉलेज की अन्य फैकल्टियां और डॉक्टर शामिल रहे।