मोतीबाग से दिया पलायन रोकने का दिया संदेश
संवाद सहयोगी पौड़ी जनपद के बुजुर्ग किसान विद्यादत्त शर्मा के जीवन पर आधारित डाक्यूमेंट्री फिल्
संवाद सहयोगी, पौड़ी: जनपद के बुजुर्ग किसान विद्यादत्त शर्मा के जीवन पर आधारित डाक्यूमेंट्री फिल्म मोतीबाग छात्रों को दिखाई गई। फिल्म देखने के बाद छात्रों व अन्य लोगों ने फिल्म निर्देशक निर्मल चंद व बुजुर्ग किसान विद्यादत्त शर्मा से सवाल भी किए। इस दौरान काफी संख्या में अधिकारी, कर्मचारी भी शामिल रहे।
मंगलवार को जिलाधिकारी धीराज सिंह गब्र्याल की पहल पर संस्कृति विभाग के प्रेक्षागृह में शहर क्षेत्र के छात्रों व अन्य लोगों के मोती बाग डाक्यूमेंट्री फिल्म दिखाई गई। फिल्म सागुंड़ा निवासी 83 वर्षीय बुजुर्ग किसान विद्यादत्त शर्मा के जीवन पर आधारित है। शर्मा ने राजकीय सेवा को छोड़कर सांगुड़ा गांव के मोती बाग में काश्तकारी शुरू की थी। शर्मा यहां अपने बगीचे में साढे 22 किलो से अधिक वजन की मूली उगा चुके हैं। जो कि एक राष्ट्रीय रेकॉर्ड है। शर्मा के जीवन पर आधारित यह डाक्यूमेंट्री फिल्म पलायन पर चोट करती है। फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे विषम परिस्थितियों में मेहनत से लक्ष्य की प्राप्ति की जाती है। पलायन की मार झेल रहे पौड़ी जनपद के लिए यह फिल्म प्रेरणा हो सकती है। इस दौरान विद्यादत्त शर्मा ने कहा कि पलायन अवरोध लगाने से नहीं रुकेगा। बल्कि इसके लिए दृढ इच्छा शक्ति का होना आवश्यक है। निर्देशक निर्मल चंद ने कहा कि पहाड़ में ऐसे ही स्वरोजगार जनित योजनाओं को संचालित किया जा सकता है। तभी पहाड़ में पलायन पर अंकुश लगाया जा सकेगा। जिलाधिकारी धीराज गब्र्याल ने कहा कि पौड़ी में हिमाचल की तर्ज पर सेब की फसलों को विकसित किया जाएगा। हिमाचल के सेब विशेषज्ञ साल में सात से आठ बार फसलों का निरीक्षण कर तकनीकी जानकारी भी देंगे। इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु खुराना, जिला विकास अधिकारी वेद प्रकाश, एसएस शर्मा आदि मौजूद थे।