कोरोना के खिलाफ लड़ाई में मानसिक दृढ़ता भी प्रभावी
कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई की जीत के लिए शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के साथ ही मानसिक स्वस्थता और दृढ़ता भी जरुरी है।
जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल :
कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई की जीत के लिए शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के साथ ही मानसिक स्वस्थता और दृढ़ता भी जरुरी है। गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग की अध्यक्ष प्रो. मंजू खंडूड़ी पांडे ने कोरोना महामारी के दौर में अवसाद, तनाव और निराशा जैसे मामलों की रोकथाम के लिए विवि मनोविज्ञान विभाग द्वारा संचालित पैनल चर्चा संवाद कार्यक्रम में यह सुझाव दिया। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम का मकसद आम जन में जागरुकता बढ़ाना है।
बुधवार को सप्ताहभर चलने वाले इस ऑनलाइन कार्यक्रम के प्रथम दिन पैनल डिस्कशन में विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के छात्रों के साथ ही फैकल्टी ने प्रतिभाग किया। प्रो. मंजू खंडूड़ी पांडे ने कहा कि किसी भी प्रकार की समस्या आने पर मनोरोग विशेषज्ञ से सलाह लेने पर संकोच नहीं करना चाहिए। गढ़वाल केंद्रीय विवि की कुलपति प्रो. अन्नपूर्णा नौटियाल ने मानसिक स्वास्थ्य और चेतना को लेकर जागरुकता कार्यक्रम के संचालन को समय की आवश्यकता बताया। डॉ. राजेश भट्ट ने कहा कि डिप्रेशन का यदि सही समय पर उचित उपचार किया जाए तो आत्महत्या की दर को काफी हद तक कम भी किया जा सकता है। इस कार्यक्रम के तहत विभाग द्वारा स्लोगन, क्विज और पोस्टर प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जा रहा है। जिससे प्रतिभागियों की सृजनात्मकता का लाभ अन्य को भी मिले।
इस मौके पर डॉ. मुदस्सिर, अंजना, दीपशिखा, दिग्विजय, सौम्या, मानसी, सानिया, नीतिका, सृष्टि, साक्षी, दीपक आदि ने ऑनलाइन पैनल डिस्कशन में भाग लिया।