एनएच खा रही खोह, ट्रीटमेंट का इंतजार
जागरण संवाददाता, कोटद्वार: यदि खोह नदी में छोटे-छोटे चैकडाम बनाकर नदी के रुख को नियंत्रित न किया गय
जागरण संवाददाता, कोटद्वार: यदि खोह नदी में छोटे-छोटे चैकडाम बनाकर नदी के रुख को नियंत्रित न किया गया तो वह दिन दूर नहीं, जब कोटद्वार-दुगड्डा के मध्य खोह नदी राष्ट्रीय राजमार्ग को पूरी तरह निगल जाएगी। बरसात में पूरे उफान पर आने वाले खोह ने वर्ष-दर-वर्ष कोटद्वार-दुगड्डा के मध्य राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 543 को नुकसान पहुंचा रही है।
नजीबाबाद-बुआखाल राष्ट्रीय राजमार्ग पर कोटद्वार-दुगड्डा के मध्य राजमार्ग कभी भी खोह नदी की भेंट चढ़ सकता है। दरअसल, खोह नदी कई स्थानों पर राजमार्ग को काट रही है, जिस कारण चार-पांच जगह पर राजमार्ग का काफी हिस्सा नदी की भेंट चढ़ चुका है। सबसे बुरी स्थिति आमसौड़ गांव से करीब दो किमी. पहले ढाबे के समीप की है, जहां आधी सड़क नदी की भेंट चढ़ गई है। राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग किसी तरह पॉलीथिन डालकर नदी के प्रकोप से सड़क को बचाने का प्रयास कर रहा है। यहां यह बताना भी बेहद जरूरी है कि कोटद्वार-दुगड्डा के मध्य दो स्थानों पर राजमार्ग विभाग लंबे समय से नदी की भेंट चढ़ रही सड़क को बचाने के नाम पर धनराशि फूंक रहा है, लेकिन बरसात आते ही स्थिति यथावत हो जाती है। नदी में बाढ़ सुरक्षा कार्य न होने के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग की ओर से किए जा रहे तमाम उपाय व्यर्थ साबित हो रहे हैं और वह दिन दूर नहीं जब बरसात में उफान पर आई खोह नदी पर्वतीय क्षेत्रों से कोटद्वार का संपर्क पूरी तरह खत्म कर दे। चैक डैम बन सकते हैं विकल्प
खोह नदी को सदानीरा रखने के साथ ही बरसात में नदी के तेज प्रवाह को थामने में चैक डैम बेहतर विकल्प साबित हो सकते हैं। कोटद्वार-दुगड्डा के मध्य खोह नदी में चैक डैम बनने से जहां नदी में वर्ष भर पानी रहेगा, वहीं बरसात में नदी का तेज बहाव भी थमेगा, जिससे राष्ट्रीय राजमार्ग का कटाव भी थम सकता है।
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राष्ट्रीय राजमार्ग की स्थिति वास्तव में गंभीर है। खोह नदी के कारण कई जगह पर राजमार्ग पर कटाव हो रहा है। सिंचाई विभाग से नदी में चैक डैम बनाने के लिए प्रस्ताव तैयार करवाया जाएगा। वन विभाग से भी इस संबंध में वार्ता की जाएगी।
- कमलेश मेहता, उपजिलाधिकारी, कोटद्वार