कालागढ़ में गरजी जेसीबी, कई भवन जमींदोज
संवाद सूत्र, कालागढ़ : राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (एनजीटी) के आदेश के बाद प्रशासन ने शनिवार
संवाद सूत्र, कालागढ़ : राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (एनजीटी) के आदेश के बाद प्रशासन ने शनिवार को कालागढ़ की नई कॉलोनी व केंद्रीय कॉलोनी में आठ सरकारी भवनों के साथ ही 125 आवासों को जेसीबी से जमींदोज कर दिया। एनजीटी ने रामगंगा बांध निर्माण के दौरान कार्बेट नेशनल पार्क की भूमि पर बनी इन कॉलोनियों को अवैध घोषित करते हुए प्रशासन को भूमि खाली करवा कर कार्बेट टाइगर रिजर्व को सौंपने के निर्देश दिए थे। अतिक्रमण हटाने के दौरान प्रशासन को विरोध भी झेलना पड़ा। हालांकि, पर्याप्त पुलिस बल के समक्ष लोगों ने चुप्पी साधने में ही भलाई समझी।
प्रशासन ने शनिवार से कालागढ़ में अतिक्रमण हटाने को लेकर बड़ी मुहिम झेल दी। शनिवार से एसडीएम कमलेश मेहता व सीओ जेआर जोशी के नेतृत्व में अतिक्रमण हटाओ दल ने कालागढ़ की केंद्रीय कॉलोनी व नई कॉलोनी में वन भूमि पर बने आवासों को हटाने का क्रम शुरू किया। ध्वस्तीकरण की इस कार्रवाई के दौरान प्रशासन को जनता का भारी विरोध भी झेलना पड़ा, लेकिन प्रशासन के आदेश पर पुलिस ने जबरन लोगों को सामान घरों से बाहर निकाल सड़क पर रख दिया व उनके घरों पर जेसीबी चला दी। लोगों की आंखों से छलकते आंसू घर टूटने की व्यथा स्वयं ही बयां करते नजर आ रहे थे।
आवासों के अलावा टीम ने ऊर्जा निगम, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, गैस एजेंसी, ¨सचाई विभाग के शिविर प्रबंध खंड कार्यालय, डाकघर भवन सहित आठ सरकारी कार्यालयों को तोड़ गया है। उप डाकपाल लक्ष्मी शंकर पाल ने बताया कि डाकघर में पंखे लगे हुए थे, जिन्हें टीम ने उतारने का भी मौका नहीं दिया। नतीजा, तमाम पंखे ध्वस्तीकरण की कार्रवाई में दब गए। कार्रवाई के दौरान नई कॉलोनी को जाने वाले बाजार के रास्ता को बंद कर दिया गया। जिसके बाद भारतीय स्टेट बैंक की शाखा की चहारदीवारी के एक हिस्से को तोड़कर बाजार जाने का रास्ता बनाया गया है। समाचार लिखे जाने तक ध्वस्तीकरण की कार्यवाही जारी थी। इधर, एसडीएम कमलेश मेहता ने बताया कि 285 भवनों को जमींदोज किया जाना है। बताया कि कार्रवाई रविवार को भी जारी रहेगी।