कौड़ी-कौड़ी को मोहताज 'इंदिरा अम्मा'
रोहित लखेड़ा, कोटद्वार: गरीबों को सस्ते दाम पर पौष्टिक भोजन मुहैया करवाने के लिए कांग्रेस
रोहित लखेड़ा, कोटद्वार: गरीबों को सस्ते दाम पर पौष्टिक भोजन मुहैया करवाने के लिए कांग्रेस शासनकाल में शुरू किया गया इंदिरा अम्मा भोजनालय बंदी के कगार पर पहुंच गया है। शासन की ओर से पिछले सात माह से इंदिरा अम्मा भोजनालय की सब्सिडी जारी नहीं की गई है। नतीजा, अब भोजनालय संचालकों के समक्ष बाजार से खाद्यान्न सामग्री उठाना बड़ी समस्या बन गया है।
कांग्रेस शासनकाल में अन्य स्थानों की तरह कोटद्वार के तहसील परिसर में भी इंदिरा अम्मा भोजनालय खोला गया था। भोजनालय के संचालन का जिम्मा एक महिला स्वयं समूह को सौंपा गया। समूह व सरकार के बीच हुए अनुबंध के तहत संचालक महिला समूह ग्राहकों को 30 रुपये प्रति थाली की दर से पौष्टिक भोजन मुहैया करवा रहा था व राज्य सरकार संचालक समूह को प्रति थाली दस रुपये की सब्सिडी राशि दे रही थी। भोजनालय संचालकों की माने तो पिछले सात माह से सब्सिडी नहीं आई है। शासन से वार्ता करने पर यह भी पता चला कि जुलाई से सरकारी ने सब्सिडी को भी बंद कर दिया है। समूह की अध्यक्ष प्रसन्ना देवी ने बताया कि शासन स्तर से उन्हें दो लाख की सब्सिडी दी जानी है, जो कि अब तक नहीं मिली है।
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मामला जानकारी में है। सब्सिडी बंद किए जाने संबंधी कोई आदेश आज तक प्राप्त नहीं हुआ है। बकाया सब्सिडी दिलवाने के लिए शासन से पत्राचार किया गया है। जल्द ही समूह को सब्सिडी मुहैया करवाई जाएगी। ..सुशील कुमार, जिलाधिकारी, पौड़ी गढ़वाल