गुलदार की दहाड़ और दहशत में जिदगी
जागरण संवाददाता पौड़ी जिले के विभिन्न क्षेत्रों में मानव-वन्यजीव संघर्ष के बढ़ते मामलों से लो
जागरण संवाददाता, पौड़ी : जिले के विभिन्न क्षेत्रों में मानव-वन्यजीव संघर्ष के बढ़ते मामलों से लोगों में दहशत है। बीते मंगलवार को ओजली गांव में गुलदार द्वारा खेत में कार्य कर रही महिला को घायल करने के बाद बुधवार की सुबह घास लेने गई श्रीनगर के लोअर भक्तियाना की महिला को गुलदार ने निवाला बना दिए। ऐसे में चिता की बात यह है कि आखिर जंगली जानवरों के हमलों से लोगों को कब निजात मिलेगी। जिले में मानव व वन्य जीवों के बीच संघर्ष के लिए लिहाज से गढ़वाल वन प्रभाग इन दिनों काफी संवेदनशील बना हुआ है। प्रभाग के अधीन इस वर्ष अभी तक विभिन्न क्षेत्रों में गुलदार के हमले में चार लोगों की मृत्यु हो चुकी है जबकि करीब 11 लोग घायल भी हुए हैं। यह तस्वीर भयावह ही कही जा सकती है। इस सब के पीछे का एक कारण जगह-जगह झाडियों का उगना व गांवों में आबादी का कम होना भी है। गुलदार का आबादी क्षेत्रों की ओर आना, चिता का कारण बना हुआ है। ऐसे में खेत में कार्य करते समय हो या फिर महिलाओं के घास लेने, यहां तक कि स्कूली बच्चों का अकेले में स्कूल जाना भी खतरे से खाली नहीं है। मुख्यालय के समीप ही टेका मार्ग, कंडोलिया आदि क्षेत्र में भी कई बार गुलदार राह चलते लोगों को दिखाई दिया है। सड़कों के किनारे उगी झाडियों के अलावा आबादी क्षेत्रों में उगी झाडियां भी गुलदार के छिपने का कारण बनती जा रही है।