Move to Jagran APP

सिचाई नहर क्षतिग्रस्त होने से ढामक में खेती प्रभावित

सिचाई नहर क्षतिग्रस्त होने से कलियासौड़ के समीप ढामक गांव में खेती बुरी तरह प्रभावित हुई है। सभी ग्रामीणों की आजीविका का साधन भी खेती ही है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 29 Oct 2020 06:42 PM (IST)Updated: Thu, 29 Oct 2020 06:42 PM (IST)
सिचाई नहर क्षतिग्रस्त होने से ढामक में खेती प्रभावित
सिचाई नहर क्षतिग्रस्त होने से ढामक में खेती प्रभावित

जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल: सिचाई नहर क्षतिग्रस्त होने से कलियासौड़ के समीप ढामक गांव में खेती बुरी तरह प्रभावित हुई है। सभी ग्रामीणों की आजीविका का साधन भी खेती ही है।

loksabha election banner

क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता नागेंद्र चमोली ने सिचाई विभाग के अधिशासी अभियंता को उनकी ई मेल पर ज्ञापन प्रेषित कर कहा है कि ढामक की क्षतिग्रस्त सिचाई नहर की मरम्मत अविलंब कराई जाए, जिससे खेतों को सिचाई के लिए पानी मिल सके।

चमोली ने कहा कि कोविड 19 महामारी के इस दौर में युवा भी खेती करने की ओर रुचि लेने लगे हैं लेकिन ढामक में सिचाई सुविधा नहीं होने से अधिकांश युवक खेती से बेजार भी होने लगे हैं। उन्होंने कहा कि सिचाई नहर क्षतिग्रस्त होने से खेतों को सिचाई के लिए पानी नहीं मिल पाने से खेती बुरी तरह प्रभावित है। कहा कि कोविड 19 महामारी के इस दौर में खेती आजीविका का प्रमुख साधन भी बन रही है। इससे रिवर्स पलायन को मजबूती भी मिलेगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.