बेस में फिर मिलेगी रोगियों को डायलिसिस सुविधा
जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल: लगभग नौ सालों बाद बेस अस्पताल श्रीकोट श्रीनगर में किडनी रोगियों क
जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल:
लगभग नौ सालों बाद बेस अस्पताल श्रीकोट श्रीनगर में किडनी रोगियों के लिए डायलिसिस सुविधा एक बार फिर शुरू होने जा रही है। जिसके लिए बेस में डायलिसिस यूनिट की स्थापना के साथ ही दो नई मशीनें भी लगाई गई हैं। श्रीनगर मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर डॉ. चंद्रमोहन सिंह रावत ने कहा कि 18 अक्टूबर को प्रदेश के उच्च शिक्षामंत्री डॉ. धन सिंह रावत बेस अस्पताल में आयोजित एक समारोह में डायलिसिस मशीन का उद्घाटन करेंगे। एक सप्ताह बाद अस्पताल में रोगियों का डायलिसिस होना शुरू हो जाएगा।
गढ़वाल क्षेत्र के किडनी रोगियों को डायलिसिस सुविधा उपलब्ध कराने को लेकर राजकीय मेडिकल कॉलेज श्रीनगर में वर्ष 2008 के अंत में रोगियों की डायलिसिस होनी शुरू हुई थी। उस समय दो नई डायलिसिस मशीनों के साथ बेस अस्पताल में शुरू हुई डायलिसिस सुविधा का लाभ गढ़वाल के रोगियों को काफी मिलने लगा था। औसतन प्रतिदिन दो डायलिसिस बेस अस्पताल में होते थे, लेकिन सालभर बाद अस्पताल में डायलिसिस यूनिट बंद कर दी गई, जिससे रोगियों को फिर पहले की तरह ्र निजी डायलिसिस सेंटरों पर निर्भर रहकर डायलिसिस के लिए देहरादून व मेरठ जाना पड़ा। अब 2019 में मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर डॉ. चंद्रमोहन सिंह रावत की पहल पर बेस अस्पताल श्रीकोट श्रीनगर में बंद पड़ी डायलिसिस सुविधा फिर शुरू होने जा रही है।
मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर डॉ. चंद्रमोहन सिंह रावत ने कहा कि बेस अस्पताल श्रीकोट श्रीनगर में डायलिसिस यूनिट की स्थापना कर दी गई है। मेडिसन विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. अभिषेक रस्तोगी डायलिसिस यूनिट के नोडल प्रभारी बनाए गए हैं। डायलिसिस टेक्नीशियन मनोज कोटनाला और चार सिस्टर इंचार्जों के साथ अब डॉ. अभिषेक रस्तोगी किडनी रोगियों की डायलिसिस बेस अस्पताल में किया करेंगे। प्राचार्य डॉ. रावत ने कहा कि लगभग एक सप्ताह बाद बेस अस्पताल में किडनी रोगियों की डायलिसिस होनी शुरू हो जाएगी।