कोरोना महामारी वैश्विक राजनीति को भी प्रभावित करेगा : प्रो. अन्नपूर्णा
जागरण संवाददाता श्रीनगर गढ़वाल कोरोना जैसी वैश्विक महामारी का यह दौर वैश्विक राजनीति क
जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल: कोरोना जैसी वैश्विक महामारी का यह दौर वैश्विक राजनीति को भी प्रभावित करेगा। इसकी प्रबल संभावना भी नजर आ रही है। गढ़वाल केंद्रीय विवि की कुलपति और राजनीति विज्ञान की प्रो. अन्नपूर्णा नौटियाल ने कहा कि चीन भी इस महामारी के बाद विश्व में अपना वर्चस्व कायम करने के लिए करने में जुटा है। वैश्विक महामारी और प्राकृतिक विध्वंस पर दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय वेबिनार के दूसरे दिन कुलपति प्रो. अन्नपूर्णा नौटियाल ने यह बातें कहीं।
गढ़वाल विवि इतिहास एवं पुरातत्व विभाग और देवभूमि विचार मंच के संयुक्त तत्वावधान में वेबिनार में भारत के अलावा सिगापुर से विषय विशेषज्ञों ने प्रतिभाग किया। इसमें प्रज्ञा प्रवाह के अखिल भारतीय संयोजक और आरएसएस के वरिष्ठतम स्वयंसेवी नंद कुमार ने इतिहास के जरूरतों से कोरोना महामारी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भारतीय संस्कृति, परंपरा के नियमों और नैतिक मूल्यों का संरक्षण करते हुए हम स्वयं को आरोग्य बनाकर महामारी से दूर रह सकते हैं। भारतीय उपनिषदों का हवाला देते हुए नंद कुमार ने कहा कि कोरोना महामारी को भी हम हराकर एक वरदान के रूप में ले सकते हैं। महामारी के इस समय का उपयोग प्रदूषण से निजात दिलाने और भविष्य में प्रकृति के खिलाफ कुछ भी नहीं करने के निश्चय के साथ हम आगे बढ़ सकते हैं।
कार्यशाला के मुख्य वक्ता प्रो. एससी बागड़ी ने कोरोना महामारी से पर्यटन व्यवसाय को हो रही अपार क्षति का आंकलन रखते हुए कहा कि पहाड़ में हम होम स्टे के माध्यम से पर्यटन व्यवसाय को आगे बढ़ा सकते हैं। एनसीईआरटी नई दिल्ली के प्रो. पीके मंडल, प्रख्यात इतिहासकार डा. चंडी नंदा, सिगापुर से रोहित, डा. मनोज ठाकुर, उत्तराखंड मुक्त विवि की पूजा पांडे के साथ ही जाने-माने अंतरराष्ट्रीय स्तर के मनोवैज्ञानिक और राजीव गांधी युवा विकास संस्थान के निदेशक प्रो. शिवनाथ देव, बीएचयू के वायरोलॉजी विभाग के अध्यक्ष प्रो. सुनील कुमार सिंह ने भी कोरोना महामारी के संदर्भ में विस्तृत रूप से प्रकाश डाला। अंतरराष्ट्रीय वेबिनार के संयोजक प्रो. दिनेश प्रसाद सकलानी ने आयोजन के उद्देश्यों पर विस्तार से प्रकाश डाला। डॉ. श्वेता वर्मा ने वेबिनार का संचालन किया।
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