प्रधानाचार्य पद के लिए साक्षात्कार पर विवाद
अपर निदेशक माध्यमिक शिक्षा ने जनपद चमोली के एक अशासकीय विद्यालय में प्रधानाचार्य के पद पर साक्षात्कार आयोजित किए जाने को लेकर विवाद में जांच के निर्देश दिए हैं।
संवाद सहयोगी, पौड़ी: अपर निदेशक माध्यमिक शिक्षा ने जनपद चमोली के एक अशासकीय विद्यालय में प्रधानाचार्य के पद पर साक्षात्कार आयोजित किए जाने को लेकर विवाद में जांच के निर्देश दिए हैं। इस संबंध में उन्होंने सीईओ चमोली को जांच अधिकारी नामित कर एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट देने को कहा है। आरोप है कि साक्षात्कार के लिए चयनित एक अभ्यर्थी ने डीएम चमोली को पत्र भेजकर जान का खतरा बताया था।
प्रबंध समिति के सामान्य सभा सदस्य ने साक्षात्कार प्रक्रिया पर सवाल खड़े किए हैं। सदस्य ने इस संबंध में अपर निदेशक से शिकायत की थी।
तहसील कर्णप्रयाग के अशासकीय विद्यालय मां चंडिका देवी इंटर कालेज कांडा-मैखुरा में प्रधानाचार्य के पद पर नियुक्ति के लिए विगत 5 अप्रैल को साक्षात्कार आयोजित किया गया। लेकिन अब इस साक्षात्कार पर विवाद खड़ा हो गया है। साक्षात्कार के लिए चयनित अभ्यर्थियों में शामिल बीडी इंटर कालेज भगवानपुर (हरिद्वार) के प्रधानाचार्य संजय कुमार गर्ग ने विगत 12 मार्च को डीएम चमोली को पत्र भेजकर उन्हें जान का खतरा होने की शिकायत की थी।
मामले में विद्यालय के प्रबंध समिति की सामान्य सभा के सदस्य व गढ़वाल सचिव भाकपा (माले) इंदेश मैखुरी ने अभ्यर्थी की शिकायत व साक्षात्कार प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए अपर निदेशक माध्यमिक शिक्षा गढ़वाल मंडल से कार्रवाई की मांग की थी। शिकायती पत्र में इंदेश मैखुरी ने बताया कि मैरिट में पहले स्थान के अभ्यर्थी ने डीएम, एसएसपी व सीईओ से एक अभ्यर्थी व विद्यालय के प्रबंधक पर साक्षात्कार में शामिल न होने के लिए दबाव बनाने व शामिल होने पर जान से मारने की शिकायत की थी। कहा कि साक्षात्कार में भी केवल दो अभ्यर्थी शामिल हुए। तीसरे अभ्यर्थी ने केवल हस्ताक्षर ही किए हैं। मैखुरी ने कहा कि प्रधानाचार्य जैसे जिम्मेदार पद के साक्षात्कार में कोरम का पूरा न होना और इस तरह के तथ्य सामने आना बेहद ही दुखद है। कहा कि नियम विरुद्ध हुए साक्षात्कार को निरस्त किया जाए। अपर निदेशक माध्यमिक शिक्षा गढ़वाल मंडल महावीर बिष्ट ने बताया कि मामले में सीईओ चमोली को जांच अधिकारी बना एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए हैं। कहा कि जांच रिपोर्ट आने के बाद मामले में नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।