धरियालसार में बादल फटा, तीन ग्रामीणों के बगीचे बहे
दुगड्डा प्रखंड के अंतर्गत ग्रामसभा जमरगड्डी के तोकग्राम धरियालसार में बादल फटने के बाद आए सैलाब ने गांव में जमकर तबाही मचाई।
जागरण संवाददाता, कोटद्वार : दुगड्डा प्रखंड के अंतर्गत ग्रामसभा जमरगड्डी के तोकग्राम धरियालसार में बादल फटने के बाद आए सैलाब ने गांव में जमकर तबाही मचाई। सैलाब में तीन ग्रामीणों के बगीचे बह गए। करीब डेढ़ घंटे तक ग्रामीण इस भयानक मंजर को देखते रहे और जब सैलाब घटा तो गांव की तस्वीर ही बदल गई। गनीमत रही कि घटना के दौरान कोई जनहानि नहीं हुई। लेकिन, गांव में तीन भवन खतरे की जद में आ गए हैं। प्रशासन की ओर से इन भवनों में रह रहे लोगों को अन्यत्र शिफ्ट किया जाएगा।
रविवार सुबह कोटद्वार व आसपास के क्षेत्रों में तड़के करीब तीन बजे से मूसलाधार बारिश हो रही थी। सुबह करीब साढ़े पांच बजे बादलों की तेज गड़गड़ाहट के बीच धरियालसार गांव के ऊपरी हिस्से में पहाड़ी में बादल फट गया। जिससे भारी मात्रा में मलबा व बोल्डर गांव की ओर बहने लगे। सैलाब देख ग्रामीण अपने घरों से बाहर भागकर ऊंचाई वाले स्थानों की ओर चले गए। सैलाब में राजकुमारी देवी, अजय सिंह व शंभू प्रसाद के आम, लीची व अमरुद के बगीचों के अलावा राजकुमारी देवी का मुर्गीबाड़ा भी मलबे की भेंट चढ़ गया। मुर्गीबाड़े में 12 मुर्गे-मुर्गियां थी। गांव में मौजूद एक पुलिया व सौर ऊर्जा लाइट भी सैलाब की भेंट चढ़ गई।
सूचना पर ग्राम प्रधान कांति देवी, क्षेत्र पंचायत सदस्य कुंदन सिंह व राजस्व उप निरीक्षक अशोक कुमार जोशी मौके पर पहुंचे। राजस्व उप निरीक्षक अशोक जोशी ने बताया कि बादल फटने के बाद राजकुमार देवी व अजय सिंह के आवास खतरे की जद में आ गए हैं। दोनों परिवारों को अन्यत्र शिफ्ट किया जाना जरूरी है। बताया कि उनकी ओर से इस संबंध में एसडीएम योगेश मेहरा को रिपोर्ट भेज दी गई है।
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बांस के झुरमुट ने बचाई ग्रामीणों की जान
धरियालसार में बादल फटने के बाद तेज रफ्तार से मलबे व बोल्डरों से भरा पानी राजकुमारी देवी व अजय सिंह के आवास की ओर बढ़ रहा था, तभी आवास से कुछ दूर मौजूद बांस के बड़े झुरमुट ने इस पानी के बहाव की दिशा बदल दी और दोनों मकान क्षतिग्रस्त होने से बच गए। हालांकि, पानी का तेज बहाव बांस के झुरमुट के बड़े हिस्से को बहा ले गया।
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लगातार तीसरे वर्ष फटा बादल
लगातार तीसरे वर्ष धरियालसार गांव में बादल फटा है। 2018 में धरियालसार गांव के समीप ही बादल फटा व पानी का बहाव सुनारी गांव की ओर हो गया था। जिससे गांव में भारी तबाही मची। 2019 में बादल फटने के बाद धरियालसार गांव के किनारे का हिस्सा खाई में तब्दील हो गया। लेकिन, इस मर्तबा पानी गांव के बीच में पहुंच गया और भारी तबाही मचाई।